राज्यपाल से मिले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष

राज्यपाल से मिले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षएलडीजीए-1 राज्यपाल को आवेदन सौंपते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत. लोहरदगा. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखदेव भगत राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिल आवेदन सौंपा. आवेदन में उन्होंने झारखंड राज्य को सूखा क्षेत्र घोषित करने की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि बारिश नहीं होने से धान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2015 8:09 PM

राज्यपाल से मिले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षएलडीजीए-1 राज्यपाल को आवेदन सौंपते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत. लोहरदगा. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखदेव भगत राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिल आवेदन सौंपा. आवेदन में उन्होंने झारखंड राज्य को सूखा क्षेत्र घोषित करने की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल को बताया कि बारिश नहीं होने से धान की फसलों को नुकसान हुआ है. झारखंड राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का अवलोकन करने के पश्चात कहीं भी फसल अच्छी नहीं मिली. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा है कि राज्य में मात्र 622 मिमी वर्षा हुई है, जो राज्य के इतिहास में सबसे कम बारिश है, सामान्य से बहुत कम वर्षा होने के कारण धान की फसल को नुकसान हुआ है, राज्य में लगभग एक तिहाई फसल तीन नंबर खेतों पर होती है. जबकि इस बार तीन नंबर के खेतों में फसल को भारी नुकसान हुआ है. राज्य के पलामू, गढ़वा, लातेहार, खुंटी, लोहरदगा, कोडरमा, बोकारो, गिरीडीह, धनबाद, जामताड़ा, दुमका, पाकुड़, प0 सिंहभूम के कई प्रखंडों में धान की फसल पुआल में तब्दील हो गयी है. जिससे किसान काफी मायूस हैं. उन्होंने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को बताया कि कुंओं का जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है. तालाब सूख रहे हैं. राज्य में कामोवेश 1966-67 के आकाल की स्थिति बतायी जा रही है. राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कांग्रेस कमेटी 28 सितंबर को धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को इस पर ध्यान आकृष्ट कराया गया था. उन्होंने बताया कि कृषि विभाग और ग्रामीण विकास विभाग में राज्य योजना मद की राशि बहुत कम खर्च की है. कृषि में मात्र 108 करोड़ रुपये कुल योजना मद के विरुद्व खर्च हुआ है इसी तरह मनरेगा और इंदिरा आवास की 26 हजार योजनाएं लंबित हैं. 1850 करोड़ योजना मद में ग्रामीण विकास मात्र 400 करोड़ रुपये खर्च कर पाया है. जबकि वित्तिय वर्ष का आधा समय पार कर गया है.

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