ओके…पीएलएफआइ के बंद का जिले में व्यापक असर
अोके…पीएलएफआइ के बंद का जिले में व्यापक असर फोटो फाइल:25एसआइएम:2-सुनसान बस स्टैंड,3-बंद पड़ी दुकानेंहेडलाइन…चक्के रुके रहे, दुकानें बंद रहीं प्रतिनिधि, सिमडेगा. उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा आहूत सिमडेगा बंद का व्यापक असर देखा गया. सभी दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहे. वाहन का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा तथा सड़कें वीरान […]
अोके…पीएलएफआइ के बंद का जिले में व्यापक असर फोटो फाइल:25एसआइएम:2-सुनसान बस स्टैंड,3-बंद पड़ी दुकानेंहेडलाइन…चक्के रुके रहे, दुकानें बंद रहीं प्रतिनिधि, सिमडेगा. उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा आहूत सिमडेगा बंद का व्यापक असर देखा गया. सभी दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहे. वाहन का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा तथा सड़कें वीरान रहीं. लोग घरों में ही दुबके रहे. अचानक बंद के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. विशेष रूप से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. यात्रियों को बस स्टैंड में इधर- उधर भटकते हुए देखा गया. जिसका लाभ टेंपो चालकों ने उठाया. टेंपो चालकों व अन्य छोटे वाहन वालों ने यात्रियों मनमाने ढंग से पैसे वसूले. सरकारी दफ्तर खुले रहे. किंतु लोगों की उपस्थिति काफी कम रही. प्रखंड कार्यालय एवं कचहरी परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. बसें नहीं चलने के कारण दूर दराज से लोग नहीं आ सके. परिणामस्वरूप वादों का निबटारा भी प्रभावित हुआ. डेली मार्केट में भी कम भीड़ भाड़ देखी गयी. दूर- दराज से सब्जी बेचने वाले शहर तक नहीं पहुंच सके. परिणामस्वरूप सब्जी के दाम में तेजी देखी गयी. बंद की मार मजदूर तबके के लोगों को विशेष रूप से झेलनी पड़ी. दिहाड़ी मजदूर व रिक्शा चालक काम की तलाश में शहर तक आये, किंतु काम नहीं मिलने के कारण बैरंग घर लौटना पड़ा. बंद के कारण लगभग 70 लाख का व्यवसाय प्रभावित हुआ. जिले के कोलेबिरा, बानो, जलडेगा, बांसजोर, ठेठइटांगर, बोलबा, केरसई, कुरडेग, पाकरटांड़ आदि प्रखंडों में भी बंद असरदार रहा. समाचार लिखे जाने तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं थी.