लीड ::11::: कार्तिक राजनीतिज्ञ बाद में समाज सेवक पहले थे : रामेश्वर
लीड ::11::: कार्तिक राजनीतिज्ञ बाद में समाज सेवक पहले थे : रामेश्वर कार्तिक उरांव की जयंती पर कई स्थानों पर हुआ कार्यक्रम.29 गुम 31 में लिटाटोली में रामेश्वर उरांव व सुखदेव भगत का स्वागत करते लोग29 गुम 33 में कार्यक्रम में उपस्थित लोगप्रतिनिधि, गुमलाकार्तिक उरांव की 91वीं जयंती पर गुरुवार को गुमला में कई स्थानों […]
लीड ::11::: कार्तिक राजनीतिज्ञ बाद में समाज सेवक पहले थे : रामेश्वर कार्तिक उरांव की जयंती पर कई स्थानों पर हुआ कार्यक्रम.29 गुम 31 में लिटाटोली में रामेश्वर उरांव व सुखदेव भगत का स्वागत करते लोग29 गुम 33 में कार्यक्रम में उपस्थित लोगप्रतिनिधि, गुमलाकार्तिक उरांव की 91वीं जयंती पर गुरुवार को गुमला में कई स्थानों पर कार्यक्रम हुआ. मुख्य कार्यक्रम उनके पैतृक गांव लिटाटोली में हुआ. राजनीति व गैरराजनीतिक दल के लोगों ने उनके समाधि स्थल पर पहुंच कर श्रद्धासुमन अप्रित किये. लिटाटोली में भव्य कार्यक्रम हुआ. मुख्य अतिथि अनुसूचित जनजाति आयोग दिल्ली के चेयरमैन डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि कार्तिक उरांव आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके विचार, लोगों के प्रति सेवा के भाव की सोच आज भी हमारे बीच है. कहा कि उन्होंने आदिवासी समाज व इस देश के लिए जो कार्य किये हैं, उसे भुलाया नहीं जा सकता है. वे राजनीतिज्ञ बाद में समाज सेवक पहले थे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि हम सभी कार्तिक उरांव की तरह तेजस्वी व वीर पुत्र बनें. वर्तमान समय में मनुष्य आपसी भाईचारगी को भूल कर एक दूसरे से उलझते जा रहे हैं. बाहरी ताकतें हमें लड़ाने का प्रयास करेगी. इससे हमें सावधान रहने की जरूरत है. हम एक बने, नेक बने. पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि कार्तिक बाबा की जयंती आज मेरे लिए विशेष दिन है. कोई भी काम इच्छा शक्ति से होती है. यहां के युवा व छात्र अपनी इच्छा शक्ति से शिक्षा ग्रहण कर ऊंचाई तक पहुंचे. तभी कार्तिक बाबा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कहा कि मैं अपने काम के प्रति ईमानदार रहती हूं. यह प्रेरणा मुझे बाबा से मिला है. मौके पर डॉ अरुण उरांव, पूर्व डीडीसी पुनई उरांव, बाघंबर ओहदार सहित कई लोग थे.युवा नशापान से दूर रहें : चिंतामनी उरांवगुमला. सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, धार्मिक व राजनीतिक रूप से मजबूत होने का संकल्प गुरुवार को सरना धर्मावलंबियों ने लिया. अवसर था कार्तिक उरांव की 91वीं जयंती पर जिला प्रार्थना सभा गुमला द्वारा केओ कॉलेज के समीप स्थित मैदान में आयोजित सरना धर्म महासम्मेलन का. इसमें झारखंड के अलावा ओड़िशा, छत्तीसगढ़, बिहार व पश्चिम बंगाल के लोग भाग लिए. सभी लोगों ने एकजुटता का परिचय दिया. साथ ही सरना धर्म की रक्षा का सामुहिक रूप से संकल्प लिया. कार्यक्रम का शुभारंभ सरना स्थल पर पूजा व कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष जयपाल उरांव ने की. उन्होंने कहा कि हम सभी कार्तिक उरांव की तरह तेजस्वी व वीर पुत्र बनें. मां का आशीर्वाद झारखंड की संस्कृति पूरे विश्व में फैल रही है. हमारे राज्य के युवा कार्तिक उरांव की तरह ज्ञानी बने. प्रदेश प्रचारिका चिंतामनी उरांव ने कहा कि कार्तिक उरांव से प्रेरणा लेकर पूरे विश्व में देश का नाम रोशन करें. हमारा आदिवासी समाज आज भी शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है. युवा नशापान की ओर बढ़ रहे हैं. समाज के लोगों को चाहिए कि वे अपने बच्चें को स्कूल भेजें. युवा नशापान से दूर होकर शिक्षा के क्षेत्र में ध्यान दें. शिक्षा व समाज के विकास से देश प्रगति संभव है. मौके पर विधायक चमरा लिंडा, प्रदेश प्रवक्ता जीतिया उरांव, कोषाध्यक्ष राधा उरांव, कमले उरांव, शीला उरांव, राजवंती उरांव, सोये उरांव, किशुन उरांव, प्रो सोमनाथ उरांव, कंचन उरांव, महेंद्र उरांव, रंथु उरांव, कमल उरांव, प्रद्धुमन उरांव, मंगरू उरांव, ललित उरांव, सोमरा उरांव, लाल उरांव सहित कई लोग थे.