दो महीने में प्रवासी मजदूरों में बंटे 5878 क्विंटल चावल

कोई प्रवासी मजदूर भूखा न रहे, इसके लिए गुमला में जिला आपूर्ति विभाग ने लॉकडाउन की अवधि में सजग होकर काम किया है. अभी भी आपूर्ति विभाग सरकार के निर्देश पर गरीबों को राशन देने का काम कर रहा है. खास कर गरीब व प्रवासी मजदूरों पर विभाग की नजर ज्यादा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2020 1:08 AM

प्रभात खबर विशेष

लाभुकों को मई व जून माह का अनाज बांट दिया गया है

गुमला : कोई प्रवासी मजदूर भूखा न रहे, इसके लिए गुमला में जिला आपूर्ति विभाग ने लॉकडाउन की अवधि में सजग होकर काम किया है. अभी भी आपूर्ति विभाग सरकार के निर्देश पर गरीबों को राशन देने का काम कर रहा है. खास कर गरीब व प्रवासी मजदूरों पर विभाग की नजर ज्यादा है.

जहां भी गरीब परिवार मिल रहा है या प्रवासी मजदूर, उनको विभाग द्वारा 10 किलो चावल व दो किलो चना नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही वैसे गरीब परिवार, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और उन्होंने राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, वैसे परिवारों को भी 10 किलो नि:शुल्क चावल आपूर्ति विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है.

ज्ञात हो कि मई व जून माह में पांच हजार 878 क्विंटल चावल का वितरण प्रवासी मजदूरों के बीच किया गया है. हालांकि कुछ लोगों को अभी अनाज नहीं मिला है. उन लोगों को अनाज देने के लिए समय तय किया गया है.

ऑनलाइन आवेदन करनेवाले 30125 लोगों को मिला राशन

गुमला. जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल ने बताया कि जिले में आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत दो तरह का अनाज का वितरण किया जा रहा है. बाहर से आये प्रवासी मजदूरों को 10 किलो चावल व दो किलो चना दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में 21 हजार 761 प्रवासी मजदूरों का आगमन हुआ है, जिसमें आपूर्ति विभाग को 14 हजार 621 लोगों की पूर्ण विवरणी मिल चुकी है, जबकि आपूर्ति विभाग के झारखंड बाजार एप में 6100 लोगों की इंट्री करायी गयी है.

इन 6100 लोगों में से 2637 लोगों के पास राशन कार्ड है, बाकि बचे लोगों को अनाज व चना उपलब्ध करा दिया गया है. दूसरा राशन वितरण जिले में ऑनलाइन कार्ड धारियों के बीच किया जा रहा है. जिले में कुल 38 हजार 552 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है, जिसमें 30 हजार 125 लोगों को अनाज दिया गया. वहीं पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत भी राशन दिया जा रहा है.

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