:6::: रात में अस्पताल में नहीं रहती महिला डॉक्टर
:6::: रात में अस्पताल में नहीं रहती महिला डॉक्टर सदर अस्पताल का प्रसव कक्ष नाइट में रहता है नर्सों के भरोसेप्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. चिकित्सकों की मनमानी रोकने में प्रबंधन लाचार है. ऐसा मामला प्रत्येक दिन सामने आ रहा है. प्रबंधन की लापरवाही के कारण संस्थागत प्रसव […]
:6::: रात में अस्पताल में नहीं रहती महिला डॉक्टर सदर अस्पताल का प्रसव कक्ष नाइट में रहता है नर्सों के भरोसेप्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. चिकित्सकों की मनमानी रोकने में प्रबंधन लाचार है. ऐसा मामला प्रत्येक दिन सामने आ रहा है. प्रबंधन की लापरवाही के कारण संस्थागत प्रसव की व्यवस्था प्रसव कक्ष की नर्सों के भरोसे संचालित हो रहा है. जिसका परिणाम है कि हर दो दिन में किसी न किसी नवजात शिशु की मौत हो रही है. पर स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. गुमला आदिवासी बाहुल जिला है. सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आनेवाले ग्रामीण सदर अस्पताल के चिकित्सक व प्रबंधन की लापरवाही के कारण अपने परिजनों की जान गवां रहे हैं. शुक्रवार की रात भी अस्पताल का प्रसव कक्ष नर्सों के भरोसे था. प्रसव कक्ष में नौ बजे तक कुल दो प्रसव करानेवाली महिलाएं थी. नर्सों से पूछने पर पता चला कि महिला चिकित्सक डॉ आशा एक्का की ड्यूटी है. लेकिन वह गायब थी. महिला चिकित्सक रात किसी तरह की परेशानी होने पर महिला चिकित्सक ऑन कॉल ड्यूटी करती है . यहां बताते चलें कि सदर अस्पताल में कुल चार महिला चिकित्सक का पद सृजित है. लेकिन उसमें सिर्फ एक महिला चिकित्सक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायडीह से प्रतिनियुक्त किया गया था. लेकिन वे सिर्फ कुछ दिन आयी और उसके बाद वह आना बंद कर दी. जिसके बाद अस्पताल में तीन महिला चिकित्सक हैं. उसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन एक महिला चिकित्सक को एक दिन में ही ओपीडी व इमरजेंसी की ड्यूटी करा रहा है. ए ग्रेड नर्स ही प्रसव कराती है. एसीएमओएसीएमओं डॉ अशोक कुमार से पूछने पर कहा कि इस संबंध मैने डीएस से बात की है. डीएस द्वारा जानकारी दी गयी कि रात में ए ग्रेड नर्स द्वारा ही प्रसव कराना है. किसी परेशानी पर पड़ने पर ऑन कॉल महिला चिकित्सक को सूचना देनी है. लेकिन उसके बावजूद मीडिया द्वारा जानकारी होने पर इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.