डाड़टोली जाने के लिए सड़क नहीं
पगडंडी से होकर गांव जाना पड़ता है गुमला : गुमला प्रखंड से 15 किमी दूरी पर डेवीडीह डाड़टोली गांव है. यहां गांव तक जाने के लिए सड़क नहीं है. खेत की पगडंडी से होकर ग्रामीण आना-जाना करते हैं. खेत में भी कई स्थानों पर गड्ढा है. जहां पानी भरा हुआ है. लोगों को आने-जाने में […]
पगडंडी से होकर गांव जाना पड़ता है
गुमला : गुमला प्रखंड से 15 किमी दूरी पर डेवीडीह डाड़टोली गांव है. यहां गांव तक जाने के लिए सड़क नहीं है. खेत की पगडंडी से होकर ग्रामीण आना-जाना करते हैं. खेत में भी कई स्थानों पर गड्ढा है. जहां पानी भरा हुआ है. लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है. बरसात में यह गांव टापू हो जाता है.
गांव के चारों तरफ खेत है. कहीं रास्ता नहीं है. गरीबी व पलायन से जूझ रहे इस गांव में 50 परिवार हैं. लेकिन समस्याओं से ग्रसित हैं. गांव के स्कूल के पारा शिक्षक अजय उरांव ने कहा कि कई बार स्थानीय विधायक व प्रशासन को ग्रामीणों ने सड़क बनाने की मांग को लेकर आवेदन सौंपा है.पर आज तक कोई भी अधिकारी यहां नहीं आया है.
सरकारी सुविधा के नाम पर सिर्फ गांव में बिजली है. बुधवार को गांव पहुंचे सीडब्ल्यूसी सदस्य संजय कुमार भगत ने कहा कि इस क्षेत्र से नाबालिग लड़कियों का सबसे ज्यादा पलायन होता है. गांव पूरी तरह से उपेक्षित है. उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि आप दो-दो फीट जमीन दान कर श्रमदान से सड़क बनायें. जिससे आसानी से आप गांव के लोग आना-जाना सकते हैं.