दुकान खोलनेवालों को चेताया
भाकपा माओवादी बंद का दूसरे दिन भी असर. घाघरा ब्लॉक में कई स्थानों पर पोस्टरबाजी की. गुमला/घाघरा : भाकपा माओवादी के बंद का गुमला जिले में दूसरे दिन भी असर देखा गया. वाहनों का परिचालन ठप रहा. दुकानें बंद रही. शहर से गांव तक उग्रवादी खौफ देखा गया. बॉक्साइट ढुलाई नहीं हुई. उत्खनन भी बंद […]
भाकपा माओवादी बंद का दूसरे दिन भी असर.
घाघरा ब्लॉक में कई स्थानों पर पोस्टरबाजी की.
गुमला/घाघरा : भाकपा माओवादी के बंद का गुमला जिले में दूसरे दिन भी असर देखा गया. वाहनों का परिचालन ठप रहा. दुकानें बंद रही. शहर से गांव तक उग्रवादी खौफ देखा गया. बॉक्साइट ढुलाई नहीं हुई. उत्खनन भी बंद रहा. छह सौ से अधिक बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन ठप रहा. वाहन नहीं चलने से लोगों को काफी दिक्कत हुई. मंगलवार होने के कारण गुमला का बड़ा बाजार था. किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई है.
दूर दराज गांव के किसान सब्जी लेकर बाजार नहीं पहुंच सके. घाघरा प्रखंड मुख्यालय में भाकपा माओवादियों ने कई स्थानों पर पोस्टरबाजी की. इससे लोगों में दहशत है. हालांकि पोस्टर साटने की सूचना पर पुलिस पहुंची. पोस्टर में माओवादियों ने पहले दिन की बंदी में कुछ लोगों द्वारा दुकान खोलने वाले दुकानदारों को चेताया है. दुकानदारों को अंजाम भुगतने की धमकी दी है. उग्रवादी बंदी में दुकान नहीं खोलने की धमकी दी है. गुटवा गांव के सुनील सिंह को जेजेएमपी का सदस्य बताया है.
माओवादियों ने कहा है कि सुनील संगठन के नाम पर अवैध लेवी की वसूली कर रहा है. सुनील को सबक सिखाने की बात कही है. इधर, थाना प्रभारी राजेंद्र रजक ने कहा है कि पोस्टर माओवादियों का नहीं है. अगर माओवादी पोस्टर साटते तो पंपलेट रहता. यह किसी असामाजिक तत्व का हाथ है, जो दहशत पैदा करने के लिए पोस्टर साटा था.