नहीं भाता था गांव, रच ली अपने अपहरण की कहानी

घाघरा (गुमला) : घाघरा प्रखंड के खंभिया गांव के दो युवकों ने अपने ही अपहरण की कहानी रच परिजनों के साथ पुलिस को परेशान किया. पुलिस की जांच व परिजनों की खोजबीन में श्रवण साहू व मंदीप साहू सकुशल हैं. दोनों गुमला शहर के चेटर गांव स्थित घर पर हैं. थाना प्रभारी राजेंद्र रजक ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2016 8:59 AM

घाघरा (गुमला) : घाघरा प्रखंड के खंभिया गांव के दो युवकों ने अपने ही अपहरण की कहानी रच परिजनों के साथ पुलिस को परेशान किया. पुलिस की जांच व परिजनों की खोजबीन में श्रवण साहू व मंदीप साहू सकुशल हैं. दोनों गुमला शहर के चेटर गांव स्थित घर पर हैं. थाना प्रभारी राजेंद्र रजक ने बताया कि गुरुवार की रात को परिजनों ने फोन कर सूचना दी कि दो युवकों का अपहरण हो गया है. इस सूचना पर गांव पहुंच कर जांच करने पर पता चला कि अपहरण की बात झूठी है. युवकों ने खुद अपने अपहरण की कहानी रची है. इस मामले में परिजनों ने अपनी शिकायत वापस ले ली है. इसके कारण थाना में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है.

ऐसे रची अपहरण की साजिश : गुरुवार की शाम को गांव में ही शादी समारोह में भाग लेने गया श्रवण साहू गायब हो गया. शाम 6:15 बजे अचानक श्रवण के परिजनों के पास अज्ञात लोगों ने फोन (9693365817) कर कहा कि श्रवण का अपहरण कर लिया गया है. इसके बाद फोन काट दिया गया. थोड़ी देर बार पता चला कि कोयल नदी के समीप से श्रवण गायब हुआ है. कुछ देर बाद गुमला में रह कर इंटर की परीक्षा लिखे रहे गांव के ही मंदीप साहू के मोबाइल से श्रवण के चाचा कृष्णा साहू के मोबाइल पर फोन आया. इसमें कहा गया कि श्रवण को घर में बंद करके रखते हो. गांव छोड़ने के लिए बोल दो. नहीं तो गोली मार देंगे. इतके बाद फोन काट दिया गया.

श्रवण ने कहानी रची है : कृष्णा साहू : परिजन गुरुवार को रातभर परेशान रहे और श्रवण व मंदीप का पता करते रहे. शुक्रवार की सुबह को गुमला से एक युवक ने उसके परिजनों को फोन कर कहा कि श्रवण को अंबिकापुर जाने वाली बस में देखा गया है. जब परिजनों ने जांच की, तो पता चला कि दोनों युवक गुमला के चेटर स्थित आवास पर सकुशल हैं. चाचा कृष्णा ने कहा कि श्रवण एक माह पहले जेल से छूटा है. वह गांव में नहीं रहना चाहता है. उसने अपने अपहरण की कहानी बनायी.

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