चाचा ने मासूम को काट डाला
गुमला : गुमला थाना से करीब आठ किमी दूर वृंदा नायकटोली में मासूम उमेश टोप्पो की उसके ही चाचा बलकू उरांव ने हत्या कर दी. सिर के पीछे धारधार हथियार से वार किया़ शरीर के कई हिस्सों में भी चोट पहुंचायी़ रिश्तेदार के निधन पर मायके गयी थी मां : मृतक की मां सुनीता उरांव […]
गुमला : गुमला थाना से करीब आठ किमी दूर वृंदा नायकटोली में मासूम उमेश टोप्पो की उसके ही चाचा बलकू उरांव ने हत्या कर दी. सिर के पीछे धारधार हथियार से वार किया़ शरीर के कई हिस्सों में भी चोट पहुंचायी़
रिश्तेदार के निधन पर मायके गयी थी मां : मृतक की मां सुनीता उरांव जमगई गांव अपने रिश्तेदार के निधन पर गमी में गयी हुई थी. उमेश की हत्या की सूचना मिलने पर वह भागी-भागी गांव पहुंची. गांव पहुंचने पर उसने देखा कि उसका मासूम बेटा मृत पड़ा हुआ है. वह शव से लिपट कर रोने लगी. वह बार बार बोल रही थी कि मेरे बेटे का क्या कसूर था, क्यों उसे मार दिया.
चाचा ने मेरे प्यारे भाई को मार डाला : मृतक की बड़ी बहन निशा टोप्पो ने बताया कि उसका भाई उमेश गांव में ही खेल रहा था. सबसे छोटा भाई था, इसलिए उसे सभी प्यार करते थे. लेकिन उसके सबसे प्यारे भाई को उसके ही चाचा ने मार दिया. जिस समय उमेश की हत्या हुई, उस समय निशा कुएं पर नहा रही थी. घटना की सूचना पर वह अपने मंझले भाई सूरज टोप्पो के साथ पहुंची.
विक्षिप्तों की तरह हरकत कर रहा हत्यारा : पिता बुधवा उरांव ने कहा कि तीन दिनों से बलकू विक्षिप्तों की तरह हरकत कर रहा था. तीन दिन पहले उसने अपने घर का सारा सामान फेंक दिया था. बड़ी मुश्किल से उसे संभाला गया था. बुधवा ने कहा कि मुझे विश्वास नहीं था कि वह इस प्रकार कर सकता है. उमेश मेरा सबसे छोटा बेटा व दुलारा था. बलकू ने उसे मार दिया.
लोगों ने बलकू को कोसा : बलकू को जब ग्रामीणों ने पीट कर अधमरा कर दिया, तो पुलिस उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर अस्पताल ला रही थी. गाड़ी के पीछे उसे सुला दिया गया था. पैर गाड़ी में झूल रहा था. सड़क से गुजरने के दौरान लोग झूलते पैर को देख रहे थे. सभी जानने को उत्सुक थे कि आखिर किसका शव है. जिसे पुलिस ले जा रही है, जब लोगों का पता चला कि उसने अपने भतीजे को मार दिया, तो लोग उसकी बुराई करने लगे.
क्या है घटना
बताया जा रहा है कि उमेश गांव में खेल रहा था. आसपास दो-तीन अन्य लोग थे, तभी बलकू वहां पहुंचा और उमेश को पकड़ लिया. जबतक आसपास के लोग समझ पाते, बलकू ने उमेश पर हथियार से कई बार वार कर दिया. गंभीर चोट लगने से घटनास्थल पर ही उमेश की मौत हो गयी. गांव के लोग पहुंचे, तो बलकू उन लोगों को भी मारने का प्रयास किया.
उमेश की हत्या की सूचना पर उसका पिता बुधवा उरांव घटना स्थल पहुंचा. बेटे को मृत देख कर वह उसके पास जाने का प्रयास किया, तो बलकू ने अपने भाई बुधवा पर भी हमला कर दिया.
बुधवा के सिर में चोट लगी. इसके बाद ग्रामीणों ने उसे खदेड़ कर डुमरडीह मुख्य सड़क के पास पकड़ा और जम कर उसकी पिटाई की. इसी बीच सूचना पुलिस को मिली. एसआइ प्रभात कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और बलकू को ग्रामीणों के कब्जे से छुड़ाया. उसे अस्पताल में भरती कराया. चिकित्सकोें ने उसकी स्थिति को देखते हुए रांची रेफर कर दिया, लेकिन गांव का कोई भी व्यक्ति उसे रांची ले जाने को तैयार नहीं है.