मंगरीता के हौसले को सलाम

पालकोट(गुमला) : पालकोट प्रखंड का तिलईडाड़ गांव. कोलेंग पंचायत का यह गांव घोर उग्रवाद प्रभावित गांव है. गरीबी व पिछड़ेपन से जूझ रहा है. गांव तक जाने के लिए खराब सड़क है. इस गांव की बेटी मंगरीता कुमारी ने अपने हौसले व हिम्मत से गांव को एक अलग पहचान दे दी. मंगरीता ने अपनी शादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2016 12:11 AM
पालकोट(गुमला) : पालकोट प्रखंड का तिलईडाड़ गांव. कोलेंग पंचायत का यह गांव घोर उग्रवाद प्रभावित गांव है. गरीबी व पिछड़ेपन से जूझ रहा है. गांव तक जाने के लिए खराब सड़क है. इस गांव की बेटी मंगरीता कुमारी ने अपने हौसले व हिम्मत से गांव को एक अलग पहचान दे दी. मंगरीता ने अपनी शादी रुकवायी है. मंगरीता ने कहा : अभी वह पढ़ाई करेगी. पढ़ाई पूरी होने के बाद शादी करेगी. इधर, मंगरीता द्वारा शादी से इनकार करने के बाद तीन घंटे तक गांव में हाई वोल्ड्रेज ड्रामा चला. परिजन व लड़का पक्ष के लोग मंगरीता को काफी मनाने का प्रयास किया, हल्की कहासुनी भी हुई, लेकिन मंगरीता ने शादी से साफ इनकार कर दिया.
मंगरीता डरी हुई थी, इसलिए मुखिया सुषमा केरकेट्टा ने उसे अपने संरक्षण में ले लिया है. मुखिया ने कहा है कि मंगरीता ने जो हिम्मत दिखायी है, वह प्रशंसनीय है. इससे पहले भी पालकोट की बिरसमुनी कुमारी हिम्मत दिखा कर अपनी शादी रुकवा चुकी है. मंगरीता इस क्षेत्र से दूसरी लड़की है, जिसने बाल विवाह के खिलाफ खड़ा होकर दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गयी है.
मंगरीता को पढ़ाने की पूरी व्यवस्था की जायेगी. डीसी व एसपी से मिल कर मंगरीता की सुरक्षा व पढ़ने की व्यवस्था करने की मांग करेंगे. वहीं, मंगरीता के माता पिता ने कर्ज लेकर व जमीन बंधक रख कर शादी की तैयारी की थी. उसके परिवार को भी आर्थिक मदद के लिए प्रयास किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version