ब्रांच मैनेजर के साथ धक्का मुक्की, मामला थाने पहुंचा
गुमला : चोला मंडलम गुमला के शाखा परिसर में भरनो जिप सदस्य चंद्रशेखर उरांव व चंगेज खान ने जम कर हंगामा करते हुए शाखा प्रबंधक पुचा शिवा कुमार के साथ धक्का मुक्की की. धक्का मुक्की के बाद दोनों गुमला थाना पहुंचे. जहां एएसआइ बबलू बेसरा व किशुन मुरमू को पांच मार्च को चंगेज सहित अज्ञात […]
गुमला : चोला मंडलम गुमला के शाखा परिसर में भरनो जिप सदस्य चंद्रशेखर उरांव व चंगेज खान ने जम कर हंगामा करते हुए शाखा प्रबंधक पुचा शिवा कुमार के साथ धक्का मुक्की की. धक्का मुक्की के बाद दोनों गुमला थाना पहुंचे. जहां एएसआइ बबलू बेसरा व किशुन मुरमू को पांच मार्च को चंगेज सहित अज्ञात 12 व्यक्तियों पर चोला मंडलम फाइनेंस कंपनी कार्यालय में आकर गाली गलौज करते हुए हंगामा करने की बात करने का आवेदन थाने में सौंपने की जानकारी दी.
सोमवार को भी धक्का मुक्की करने की जानकारी मिली. इस पर पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों की बात सुनने के सीसीटीवी फुटेज देखा. शाखा प्रबंधक ने बताया कि एक वर्ष पूर्व चंगेज ने दो लाख रुपये देकर एक बोलेरो डीआइ टरबो फाइनेंस कराया था. लेकिन उसने पांच माह किस्त देेने के बाद किस्त देना बंद कर दिया. जिसके बाद उसके बोलेरो को रांची चोला मंडलम द्वारा जब्त कर लिया गया था. उसके बाद चंगेज ने दो किस्त भर कर बोलेरो छुड़ा देने की बात कहने पर मैंने छुड़ा दिया. लेकिन उसके बाद भी वह किस्त नहीं जमा कर रहा था.
दो किस्त बाकी रहने पर सात जनवरी को रांची के चोला मंडलम द्वारा वाहन को जब्त कर उसे बिक्री कर दी गयी. वहीं दूसरी ओर चंगेज ने बताया कि वाहन दो किस्त बाकी रहने पर वाहन को बेच देना व उसकी सूचना भीनहीं देना यह कैसा कंपनी का नियम है. मैं पैसा देता या नहीं देता. कंपनी के अधिकारियों को मुझसे बात करनी चाहिए थी.
यह नियम के विरुद्ध है. इधर जिप सदस्य चंद्रशेखर उरांव ने कहा कि कंपनी को वाहन बिक्री से पूर्व कंपनी को सीजर काटना था. इसकी जानकारी ऑनर को देनी थी. कंपनी द्वारा ऐसा नहीं किया जाना कंपनी की जालसाजी को दर्शाता है. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्ष से पूछताछ हो रही थी.