नदी, तालाब व डैम सूखे
गुमलाः गुमला जिला में जल संकट गहराने लगा है. जिले के 12 प्रखंड में पानी के लिए हाय-तौबा मची हुई है. अप्रैल माह में ही लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. मई व जून माह में क्या होगा? गुमला जिले की लाइफ-लाइन माने जाने वाली सभी छोटी बड़ी नदियां सूखने लगी हैं. […]
गुमलाः गुमला जिला में जल संकट गहराने लगा है. जिले के 12 प्रखंड में पानी के लिए हाय-तौबा मची हुई है. अप्रैल माह में ही लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. मई व जून माह में क्या होगा? गुमला जिले की लाइफ-लाइन माने जाने वाली सभी छोटी बड़ी नदियां सूखने लगी हैं. करोड़ों रुपये की लागत से बनाये गये डैम भी सूखने के कगार पर हैं. एक-दो डैम छोड़ सभी सूख चुके हैं.
दक्षिणी कोयल नदी, शंख नदी, पारस नदी, लावा, बासा, कांजी, बांकी, लफरी, कंस, देवाकी नदी, अड़िया नदी सूखने के कागर पर हैं. वहीं अपरशंख डैम, धनसिंह डैम, सुरहू डैम, दतली डैम, पारस डैम, नरमा डैम, कतरी डैम, तेलगांव डैम, सुरहू डैम, जमटी डैम, होलेंग डैम, मसरिया डैम सूख गये हैं. कतरी व मसरिया जैसी बड़े डैम का जल स्तर नीचे चला गया है. खेतों में पानी नहीं मिल रहा है.