पांच साल से नहीं मिली छात्रवृत्ति
परेशानी.सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को विवश हैं विद्यार्थी गुमला : राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंडरिया गुमला के कक्षा छह से आठ तक के छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को विवश हैं. छात्रों के अनुसार, पांच वर्ष से उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. अंतिम बार वर्ष 2011 में छात्रवृत्ति मिली […]
परेशानी.सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को विवश हैं विद्यार्थी
गुमला : राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंडरिया गुमला के कक्षा छह से आठ तक के छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को विवश हैं. छात्रों के अनुसार, पांच वर्ष से उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. अंतिम बार वर्ष 2011 में छात्रवृत्ति मिली थी.
हालांकि छात्रवृत्ति की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं विद्यालय के एचएम विजय कुमार गौतम से कई बार कह चुके हैं, लेकिन एचएम उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. ऐसा बच्चों ने आरोप लगाया है़ एचएम के माध्यम से समस्या का समाधान नहीं होने पर मंगलवार को छात्र-छात्राओं ने गुमला डीसी श्रवण साय से उनके आवासीय कार्यालय में मुलाकात की.
जहां संतोषी कुमारी, अमृता कुमारी, लालमुनी कुमारी, जानकी कुमारी, खुशबु कुमारी, सुषमा कुमारी, किरण कुमारी, पानो कुमारी, संगीता कुमारी, पार्वती कुमारी, सुशांति कुमारी, सरिता कुमारी, अगनी कुमारी, अनिमा कुमारी, दिलमनी कुमारी, बुधनी कुमारी, कुंती कुमारी, प्रतिमा कुमारी, सुकरा उरांव, पंकज साहू, नंदू साहू व पिंटू साहू आदि ने बताया कि एचएम की मनमानी के कारण पांच वर्ष से छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. छात्रवृत्ति के संबंध में एचएम से बात करने पर एचएम छात्रवृत्ति का पैसा नहीं आने की बात कह कर टालमटोल करते हैं.
विलंब से खुलता है विद्यालय
छात्र-छात्राओं ने बताया कि एचएम की मनमानी के कारण विद्यालय में पठन-पाठन भी सही से नहीं होता है. एचएम कभी कभार ही विद्यालय आते हैं. चार पारा शिक्षक केश्वर साहू, लालधारी साहू, सीद्धेश्वर साहू व जतरू खड़िया के भरोसे विद्यालय चल रहा है.
अभी गरमी को देखते हुए विद्यालय प्रात:कालीन किया गया है, जो छह बजे सुबह में खुलना है और दिन के 11 बजे बंद होना है, लेकिन विद्यालय छह की जगह सात बजे खुलता है और 11 की जगह 10 बजे ही बंद हो जाता है. जिस कारण पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. गत दिनों स्कूली ड्रेस मिला है, लेकिन ड्रेस के साथ दुपट्टा नहीं मिला है. वहीं मध्याह्न् भोजन भी सही से नहीं दिया जाता है.
राशि का बंदरबांट करने में लगे हैं
विप्रस के सदस्य अमित साहू ने बताया कि एचएम छात्रवृत्ति राशि का बंदरबांट करने में लगे हुए हैं. गत सोमवार को एचएम ने विप्रस के अध्यक्ष खीरो साहू, उपाध्यक्ष सिकंदर उरांव व सदस्य स्वयं (अमित साहू)के साथ बैठक की थी.
जिसमें एचएम ने कहा है कि गत दिनों जिन छात्राओं ने डीसी से मुलाकात की है, उन्हें शनिवार तक छात्रवृत्ति दे देंगे. ज्ञात हो कि एक सप्ताह पूर्व अमृता कुमारी, संगीता कुमारी, सुशांति कुमारी, जानकी कुमारी, पार्वती कुमारी, खुशबु कुमारी व किरण कुमारी डीसी से मुलाकात करने पहुंची थी, लेकिन डीसी के व्यस्तम कार्य के कारण छात्राएं मुलाकात नहीं कर पायी और आवेदन कार्यालय में जमा कर लौट गयी थी. एचएम सिर्फ इन्हीं छात्राओं को पैसा देने की बात कह रहे हैं, जबकि कक्षा छह से आठ तक में लगभग 100 विद्यार्थी हैं.
डीसी ने डीएसइ से रिपोर्ट मांगी
छात्र-छात्राओं के इस मामले को डीसी ने गंभीरता से लिया. उन्होंने तुरंत ही दूरभाष पर डीएसइ सच्चिदानंद द्विवेंदु तिग्गा से संपर्क किया और पंडरिया विद्यालय के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि, पोषाक, मध्याह्न भोजन आदि की पूरी रिपोर्ट 20 अप्रैल को हर हाल में जमा करने का निर्देश दिया. वहीं छात्र-छात्राओं को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकारी विद्यालय में अध्ययनरत सभी को छात्रवृत्ति मिलनी है. आप लोगों को भी मिलेगी.