नीचे पहाड़ से पानी लाते हैं लोग

संकट. असुर जनजाति बहुल पोलपोल पाट में पानी की समस्या बिशुनपुर प्रखंड के असुर जनजाति बहुल पोलपोल पाट में पानी नहीं है़ पहाड़ पर गांव बसा है. असुर जनजाति के लोग पानी के लिए पहाड़ से नीचे उतरते हैं. एक डेकची पानी के लिए पहाड़ उतरने व चढ़ने में 1600 फीट चलना पड़ता है. अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 7:54 AM
संकट. असुर जनजाति बहुल पोलपोल पाट में पानी की समस्या
बिशुनपुर प्रखंड के असुर जनजाति बहुल पोलपोल पाट में पानी नहीं है़ पहाड़ पर गांव बसा है. असुर जनजाति के लोग पानी के लिए पहाड़ से नीचे उतरते हैं. एक डेकची पानी के लिए पहाड़ उतरने व चढ़ने में 1600 फीट चलना पड़ता है. अब सोलर सिस्टम से पानी पहुंचाने की योजना बन रही है़
गुमला : बिशुनपुर प्रखंड के असुर जनजाति बहुल पोलपोल पाट में पानी नहीं है. यहां पानी के लिए त्रहिमाम मचा है. गांव पहाड़ पर बसा है. पहाड़ के 800 फीट नीचे छोटा झरना है, जहां पानी जमा होता है. असुर जनजाति के लोग एक डेकची पानी के लिए हर रोज आठ सौ फीट पहाड़ के नीचे उतरते हैं. इसके बाद पानी सिर पर रख कर पुन: पहाड़ चढ़ कर गांव जाते हैं. गांव की समस्या का यह मामला बुधवार को डीसी
श्रवण साय के कार्यालय में हुई बैठक में आया.
हालांकि गांव में पानी की किल्लत है. इस समाचार को प्रभात खबर ने फरवरी माह में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था़ समाचार छपने के बाद पेयजल विभाग के मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने पीएचइडी गुमला के अधिकारियों को पोलपोल पाट में पानी की व्यवस्था कराने के लिए कहा था, लेकिन दो माह होने जा रहा है, अभी तक इस दिशा में पहल नहीं हुई़
उपायुक्त ने जानकारी ली
जिला परिषद के उपाध्यक्ष केडी सिंह ने डीसी श्रवण साय से पोलपोल पाट में पानी उपलब्ध कराने की मांग की़ इसपर डीसी ने पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता त्रिभुवन बैठा से स्थिति की जानकारी ली.
श्री बैठा ने कहा कि स्टीमेट बन गया है, उसे विभाग को भेज कर स्वीकृति लेकर काम करना है. इसपर जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि स्टीमेट जल्द भेजें, ताकि लोगों को पानी मिल सके. श्री बैठा ने कहा कि अगर जिप उपाध्यक्ष अनुशंसा कर देते हैं, तो काम कराने में आसानी होगी. सोलर सिस्टम से पहाड़ के नीचे का पानी गांव तक ले जाया जायेगा़ जहां झरना है, वहां कुआं खोदा जायेगा. इसके बाद पाइप के माध्यम से पानी गांव तक पहुंचाने की योजना है.

Next Article

Exit mobile version