नागफेनी बुझायेगी रांची की प्यास!

जल संकट से निबटने की तैयारी दो सौ करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान भविष्य में जल संकट से निबटने के लिए राज्य सरकार ने नागफेनी नदी के पानी को रांची के हटिया व गोंदा डैम में स्टोरेज करने की योजना बनायी है. पेयजल विभाग के अभियंता प्रमुख ने नागफेनी का निरीक्षण कर सरकार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2016 5:49 AM
जल संकट से निबटने की तैयारी
दो सौ करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान
भविष्य में जल संकट से निबटने के लिए राज्य सरकार ने नागफेनी नदी के पानी को रांची के हटिया व गोंदा डैम में स्टोरेज करने की योजना बनायी है. पेयजल विभाग के अभियंता प्रमुख ने नागफेनी का निरीक्षण कर सरकार को प्रस्ताव दिया है.
दुर्जय पासवान
गुमला : गुमला के नागफेनी नदी (दक्षिणी कोयल नदी) से राज्य की राजधानी रांची की प्यास बुझेगी. इसके लिए राज्य सरकार योजना बना रही है. सबकुछ ठीक रहा, तो भविष्य में रांची में जल संकट नहीं होगा. बारिश के मौसम में बेकार बहने वाली नागफेनी नदी के पानी को रांची के हटिया व गोंदा डैम में स्टोरेज किया जायेगा, जिससे गरमी के दिन में उक्त पानी का उपयोग किया जा सके.
नागफेनी से रांची की दूरी करीब 80 किमी है. नदी के पानी को पाइप के माध्यम से रांची ले जाने की योजना है. इसके लिए लगभग दो सौ करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है. इस संबंध में गुमला जिला के अधीक्षण अभियंता झरी उरांव ने बताया कि एक सप्ताह पहले पेयजल विभाग के अभियंता प्रमुख एचएल प्रसाद व अन्य पदाधिकारी नागफेनी आये थे.
उन्होंने नागफेनी जलापूर्ति केंद्र व नदी का निरीक्षण किया है. सरकार की योजना है कि बरसात में जो पानी नदी से बहती है, उसे रांची ले जाया जायेगा, जिससे पानी का उपयोग गरमी के दिनों में किया जा सके. पानी संकट को देखते हुए सरकार ने पानी जमा करने की योजना बनायी है.
बरसात में भरी रहती है नदी : बरसात में नागफेनी नदी भर जाता है. पुराने पुल के ऊपर से चार से पांच फीट तक पानी बहता है. अगर बरसात के पानी का स्टोरेज हो, तो निश्चित रूप से गरमी के दिनों में जल संकट से जूझना नहीं पड़ेगा. हालांकि गरमी के दिनों में नदी सूख जाती है. पूरा नदी रेगिस्तान बन जाता है.
फायदा हो सकता है : अगर नागफेनी से रांची तक पाइप से पानी जायेगा, तो इस दौरान सिसई, भरनो, नगड़ी, बेड़ो व इटकी प्रखंड काे लाभ होगा, क्योंकि इन क्षेत्रों में जलमीनार बना कर पानी सप्लाई की जा सकती है. इन क्षेत्रों में भी गरमी में जल संकट गहरा जाता है. पाइप से पानी ले जाने के दौरान कई स्थानों पर स्टैंड बना कर पानी सप्लाई की जा सकती है.
कांग्रेस करेगी विरोध : नागफेनी से रांची पानी ले जाने की इस योजना का कांग्रेस विरोध करेगी. कांग्रेस के रमेश कुमार, राजनील तिग्गा, अकील रहमान, मिन्हाज ने कहा कि गुमला को किसी की चिंता नहीं है. यहां हर गरमी में जल संकट गहरा जाता है. इसके लिए कोई योजना नहीं बन रही है, लेकिन रांची की प्यास बुझाने के लिए करोड़ों की योजना बनायी जा रही है. इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा.
कांसीटोली की मशीन की हुई मरम्मत
गुमला केकांसीटोली स्थित डीप बोरिंग में खराबी की मरम्मत शनिवार को नगर परिषद द्वारा करायी गयी. वार्ड पार्षद कृष्णा राम, बसंत उरांव व हरि राम की देखरेख में काम हुआ. सोमवार से संभवत: डीप बोरिंग से पानी निकलना शुरू हो जायेगा.
इस संबंध में कृष्णा राम ने बताया कि तीन माह से डीप बोरिंग खराब था. वैकल्पिक रूप से पानी जुगाड़ कर शहर में पानी की सप्लाई की जा रही थी. डीप बोरिंग केंद्र का दरवाजा भी तोड़ दिया गया था, जिससे मशीन चोरी का डर हमेशा बना रहता था. सोमवार को दरवाजा भी लगाया दिया जायेगा.

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