स्थानीय नीति स्वीकार नहीं करेंगे : अशोक भगत
गुमला : आदिवासी मूलवासी संघर्ष समिति, गुमला के बैनर तले मंगलवार को स्थानीय नीति के खिलाफ कचहरी परिसर में धरना -प्रदर्शन किया गया. मौके पर आदिवासी नेता अशोक कुमार भगत ने कहा कि रघुवर सरकार ने राज्य के आदिवासी व मूलवासी को ठगने का काम किया है. बाहरी लोगों को लाभ देने के लिए रघुवर […]
गुमला : आदिवासी मूलवासी संघर्ष समिति, गुमला के बैनर तले मंगलवार को स्थानीय नीति के खिलाफ कचहरी परिसर में धरना -प्रदर्शन किया गया. मौके पर आदिवासी नेता अशोक कुमार भगत ने कहा कि रघुवर सरकार ने राज्य के आदिवासी व मूलवासी को ठगने का काम किया है.
बाहरी लोगों को लाभ देने के लिए रघुवर सरकार ने यह काम किया है. इसे स्वीकार नहीं किया जायेगा. अभी आंदोलन की शुरुआत है. अगर स्थानीयता नीति में बदलाव नहीं हुआ, तो आंदोलन किया जायेगा. आदिवासी नेता हंदु भगत ने वर्तमान स्थानीय नीति में अविलंब संशोधन करने की मांग की है. नहीं करने पर आंदोलन करने को कहा है. झामुमो के जिग्गा मुंडा ने कहा कि स्थानीय नीति राज्य की जनता के साथ मजाक है.
प्रदेश अध्यक्ष राजू महतो ने सरकार द्वारा निर्मित स्थानीय नीति से पूर्व नियोजन नीति नहीं बनाने से आनेवाले समय में झारखंड के छह लाख रिक्तियों की बहाली में भारी संख्या में बाहरी लोगों के भरे जाने की संभावना व्यक्त की है. उन्होंने इसमें संशोधन के लिए संघर्ष करने आह्वान किया. पूर्व विधायक बैरागी उरांव ने कहा कि सरकार को स्थानीय नीति में बदलाव लाना होगा.
सभा का संचालन मंगलेश्वर उरांव ने किया. मौके पर निशा भगत, संजय कुमार भगत, रंजीत तिर्की, पूनम कच्छप, बिरसा उरांव, कल्पना, सुनील उरांव, रोहित कुमार, सुनील कुमार, संजय किंडो, पूर्व विधायक बैरागी उरांव, निशा भगत, अनसेलम लकड़ा, रामावतार भगत, राज उरांव, शीतल ओहदार, संदीप कुमार, अजीत विश्वकर्मा, हांदू भगत, शिव कुमार खेरवार, कार्तिक उरांव, हरिदयाल उरांव, रंजीत लकड़ा, नीलू कुमारी, कृष्णा उरांव, कुणाल किशोर उरांव, मृणाल उरांव, रोहित खलखो, पूनम कच्छप, सुनील उरांव, संदीप बड़ाइक, सत्येंद्र उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
सड़क पर उतरेगा माले का जत्था : स्थानीय नीति, बढ़ते अपराध व कुव्यवस्था को लेकर झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए माले का तीन जत्था सड़क पर उतरेगा. जेएनडी के संयोजक विजय सिंह ने बंद को सफल बनाने की अपील की है.