Jharkhand news: गुमला जिला अंतर्गत कामडारा प्रखंड के 8 मजदूर एलएनटी कंपनी बेंगलुरु में मजदूरी करने गये थे. जहां वे फंस गये हैं. ठेकेदार द्वारा पैसे नहीं दिये जाने के कारण घर वापस लौटने में असमर्थ हैं. इन मजदूरों ने सकुशल वापसी की गुहार हेमंत सरकार से की है. इस बात की जानकारी जिला परिषद सदस्य सुनीता टोपनो ने दी.
जिप सदस्य ने बताया कि कामडारा प्रखंड क्षेत्र के गांव टुरुंडू निवासी सुबास साहू जो स्वयं एलएनटी कंपनी बेंगलुरु में मजदूर के रूप में कार्यरत है. उसने गुरुवार को अपने मोबाइल नंबर 8789132761 से फोन कर पूरे मामले से अवगत कराया. साथ ही मदद के लिए स्थानीय विधायक जिग्गा सुसारन होरो और झारखंड सरकार से भी गुहार लगायी है. इसके बावजूद कहीं से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है.
मजदूर सुबास साहू ने बताया कि 6 माह पहले विनोद नामक एक ठेकेदार के कहने पर रोजगार के लिए कामडारा प्रखंड से 8 युवक बेंगलुरु गये थे. इसमें सुबास साहू के अलावा अर्जुन साहु, संदीप सुरीन, मुन्ना कुमार, विजय ओहदार, किशोर साहू, राजेश साहू और अभिनव टोपनो एलएनटी कंपनी, बेंगलुरु गये और वहां पर 6 माह काम किये. इस बीच उनलोगों
को काम के एवज में ढाई माह का पैसा दिया. उसके बाद मजदूरी देना बंद कर दिया. अब घर तक आने के लिये सोचना पड़ रहा है. ठेकेदार से पैसा मांगने पर वो पैसे देने से साफ इनकार कर रहा है. फिलहाल सभी मजदूर बेंगलुरु के शिवाजी नगर स्थित न्यू बॉम्बे बाजार के एमलीना हाउस में हैं.
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जिप सदस्य सुनीता टोपनो ने बसिया एसडीपीओ विकास आंनद लागुरी और बसिया बीडीओ रवींद्र कुमार गुप्ता को बेंगलुरु में फंसे मजदूरों के मामले में अवगत कराया. बीडीओ ने बेंगलुरु में फंसे युवक और गुमला जिले के श्रम पदाधिकारी से इस बारे में बातचीत की. श्रम पदाधिकारी एतवारी महतो ने कहा कि जल्द ही उक्त फंसे हुए सभी युवकों को रेस्क्यू कर झारखंड लाया जायेगा. मालूम हो कि उक्त कंपनी में बंगाल और यूपी के युवक भी फंसे हुए हैं. दोनाें राज्य के मजदूरा भी अपने -अपने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
Posted By: Samir Ranjan.