33 परिवार के लोग नदी का पानी पीने को हैं विवश

बरकनी गांव में न बिजली, न सड़क गुमला : गुमला प्रखंड के कतरी पंचायत स्थित बरकनी मौजा के 33 परिवार के लोग नदी का पानी पीते हैं. गांव में चापानल नहीं है. एक कुआं है, लेकिन गरमी में सूख गया है. गांव के बगल में फुलझर नदी है, जहां चुआं बना कर पानी जमा कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2016 8:17 AM
बरकनी गांव में न बिजली, न सड़क
गुमला : गुमला प्रखंड के कतरी पंचायत स्थित बरकनी मौजा के 33 परिवार के लोग नदी का पानी पीते हैं. गांव में चापानल नहीं है. एक कुआं है, लेकिन गरमी में सूख गया है. गांव के बगल में फुलझर नदी है, जहां चुआं बना कर पानी जमा कर उसका उपयोग पीने के रूप में करते हैं.
गांव के नेहामिया केरकेट्टा ने कहा कि साल भर नदी का पानी पीते हैं. बरसात शुरू होनेवालाहै़ नदी का पानी लाल व मिट्टी से भर जाता है. इसके लिए पहले से नदी के बगल में चुआं बना कर पानी जमा किया जाता है. उसी पानी का उपयोग बरसात में पीने में लोग करते हैं. ग्राम प्रधान बिरसु उरांव ने कहा कि प्रशासन से समस्या दूर करने की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब मुखिया ही समस्या दूर कर सकती हैं. गांव में न सड़क है और न बिजली़ सोलर लाइट मिली है. उसी से बिजली जलाते हैं.
बरकनी की तरह बगल के कीता गांव के लोग भी सरकारी सुविधा से वंचित हैं. नदी पर पुल नहीं है. इससे बरसात में गांव टापू बन जाता है़ इस संबंध में मुखिया अरुणा एक्का ने कहा कि बरकनी गांव में बड़ी गाड़ी घुसने के लिए सड़क नहीं है, जिस कारण यहां चापानल नहीं खोदा गया. सोलर सिस्टम से पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जायेगी. सड़क व पुल बने, इसके लिए ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित हुआ है.

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