एसपी कार्यालय घेरा
28 जून को नवविवाहिता आदिवासी से तीन लोगों ने स्कूल में दुष्कर्म किया था. एक जुलाई को थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई. आठ दिन हो गये, अभी तक आरोपी नहीं पकड़े गये. इससे नाराज स्थानीय लोगों ने एसपी कार्यालय का घेराव किया. गुमला : गुमला के फोरी गांव में 28 जून को नवविवाहिता आदिवासी महिला […]
28 जून को नवविवाहिता आदिवासी से तीन लोगों ने स्कूल में दुष्कर्म किया था. एक जुलाई को थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई. आठ दिन हो गये, अभी तक आरोपी नहीं पकड़े गये. इससे नाराज स्थानीय लोगों ने एसपी कार्यालय का घेराव किया.
गुमला : गुमला के फोरी गांव में 28 जून को नवविवाहिता आदिवासी महिला के साथ तीन आरोपियों ने स्कूल भवन में गैंगरेप किया.
एक जुलाई को थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई. केस दर्ज हुए आठ दिन हो गये, लेकिन दुष्कर्म के आरोपी हबीब बख्स, जमशेद बख्स व बबलू बख्स को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
इससे गुस्साये आदिवासी समाज के लोगों ने शनिवार को समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय का घेराव किया. आदिवासी छात्र संघ के बैनर तले सैंकड़ों लोगों ने पुराना बस डिपो से जुलूस निकाला. पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए समाहरणालय पहुंचे, लेकिन प्रदर्शन को रोकने के लिए तैनात पुलिस ने समाहरणालय गेट को बंद कर दिया, जिससे लोग गेट के बाहर ही बैठ गये और भाषणबाजी की.
वक्ताओं ने पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लिया और पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप भी लगाया. आछासं ने एसपी चंदन झा के नाम सीओ सुनील चंद्रा को ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन में कहा है कि तीनों आरोपी गुमला थाना पुलिस का एसपीओ है, इसलिए आरोपियों को पुलिस नहीं पकड़ रही है. तीनों आरोपी नाबालिग लड़कियों को दिल्ली भी सप्लाई करते हैं. पहले भी कई छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इधर, धरना-प्रदर्शन का समापन आछासं के जिला महासचिव संजय कुमार भगत के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ.