एक साथ चार चिताएं जलीं, पूरा गांव रोया
गुमला : रायडीह के मांझाटोली में मां, पिता व दो बेटियों की मौत ने पूरे जशपुर का रूला दिया. देर शाम को परिजन चारों का शव लेकर गांव पहुंचे. लोगों की भीड़ शव देखने उमड़ पड़ी. जब चारों का शव एक साथ चिता में जलीं, तो पूरा गांव रो पड़ा. क्या महिला, पुरुष, युवक, युवती […]
गुमला : रायडीह के मांझाटोली में मां, पिता व दो बेटियों की मौत ने पूरे जशपुर का रूला दिया. देर शाम को परिजन चारों का शव लेकर गांव पहुंचे. लोगों की भीड़ शव देखने उमड़ पड़ी. जब चारों का शव एक साथ चिता में जलीं, तो पूरा गांव रो पड़ा. क्या महिला, पुरुष, युवक, युवती व बच्चे.
सभी की आंखों में आंसू थे. संजय रजक की मां मनुराजी देवी तो रोते रोते कई बार बेहोश हो गयी. गांव की महिलाएं हिम्मत दे रही थीं. जशपुर जिला का भागलपुर बरटोली गांव शोक में डूब गया. गुमला प्रशासन की पहल से डॉक्टरों की हड़ताल के बावजूद चारों शवों का जल्द पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंपा गया. संजय का भाई संजु रजक व अन्य रिश्तेदार शव लेकर गांव पहुंचे.
संजय रजक मजदूरी कर बेटी को पढ़ा रहा था : संजय रजक मजदूरी करता था. उसकी सोच थी. बड़ी बेटी वर्षा पढ़ लिख कर अच्छा काम करें. गांव में अच्छे परिवारों में गिनती होती थी, लेकिन पिता व बेटी की मौत ने सारे सपने को खत्म कर दिया. संजय अपने परिवार से बहुत प्यार करता था.
मौत की सूचना ने झकझोर दिया : घटना के बाद संजय का मोबाइल गिर गया. रायडीह पुलिस पहुंची. पुलिस ने संजय के फोन से उसके परिजनों को फोन किया और घटना की जानकारी दी.
जैसे ही परिजनों को संजय व उसके परिवार के लोगों की मौत की सूचना मिली, सभी रोने लगे. मां, भाई व अन्य रिश्तेदार जशपुर से तुरंत गुमला पहुंचे. शुरू में परिजनों को बताया गया कि संजय व आवर्ती मरी है. कुछ देर के बाद सूचना मिली कि रांची ले जाने के क्रम में रीना व वर्षा की भी मौत हो गयी.
आंखों के सामने तड़प-तड़प कर मर गया : मांझाटोली स्कूल के गेट के समीप जोरदार आवाज हुई. स्कूल के शिक्षक व बच्चे भागे भागे सड़क पर निकले.