मंगलवार रात से ही बुधवार की सुबह से ही छात्रा बैठी हुई है. डुमरडीह गांव के नवीन जायसवाल पूजा समिति के संदीप, रोशन, विकास ने बताया कि कलावती गांव के इंद्रनाथ गोप की पुत्री है. बुधवार को अचानक वह पूजा पंडाल के समीप आयी और इसके बाद मां सरस्वती की प्रतिमा के समीप बैठ गयी. इसके बाद से वह नहीं उठ रही है. कुछ लोग पूजा पंडाल के अंदर जाने का प्रयास किये, लेकिन कलावती ने उन्हें रोक दिया.
उसके पिता इंद्रनाथ उसे अपने साथ घर ले जाने आये, तो वह नहीं गायी. अंत में इंद्रनाथ को भी रात भर पूजा पंडाल में बैठना पड़ा. कलावती के कहने पर मां सरस्वती की प्रतिमा पर पीला वस्त्र चढ़ाया गया. मंगलवार को कस्तूरबा स्कूल में मां सरस्वती की पूजा हुई. स्कूल में पूजा करने के बाद वह गांव आ गयी. यहां समीप में ही पूजा हो रही थी. वह वहां जाकर बैठ गयी. तभी वह उठी और बोलने लगी, यहां छुआछूत बहुत है. यह कह कर वहां से उठकर वह देवी मंडप स्थित पूजा पंडाल के पास चली गयी. इसके बाद से वहां बैठी हुई है.