मानव के रूप में देव थे श्री गुरु नानक देव
गुमला : सरस्वती शिशु मंदिर गुमला में सोमवार को प्रकाश पर्व सह बाल दिवस मनाया गया. एचएम रामवल्लभ शर्मा व मुख्य वक्ता भोलानाथ दास ने गुरु नानक के चित्र के समक्ष दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मुख्य वक्ता ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी का जन्म 1526 ई में 15 नवंबर […]
गुमला : सरस्वती शिशु मंदिर गुमला में सोमवार को प्रकाश पर्व सह बाल दिवस मनाया गया. एचएम रामवल्लभ शर्मा व मुख्य वक्ता भोलानाथ दास ने गुरु नानक के चित्र के समक्ष दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
मुख्य वक्ता ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी का जन्म 1526 ई में 15 नवंबर के दिन हुआ था. यह वही वर्ष था, जब मुगल बादशाह बाबर ने मुगल वंश की नींव डाली गुरु नानक देव ने बाबर, हुमायूं, अकबर व जहांगीर तक के आरंभिक शासन एवं अत्याचार को देखा. अत्याचार के निदान के लिए सिख धर्म की स्थापना की. आज के दिन प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल की जयंती भी मनायी जा रही है. एचएम ने कहा कि श्री गुरु नानक देव मानव के रूप में देव थे, जिन्होंने अत्याचार एवं अधर्म के खिलाफ रास्ता प्रशस्त किया. धन्यवाद ज्ञापन शिशु भारती अध्यक्ष रोहित भगत ने किया. मौके पर मांझी उरांव, अजीत झा, गणेश साहू, रवींद्र साहू, कमल पांडेय सहित सभी आचार्य मौजूद थे.