पुलिस खोजती रही, पत्नी ने मुक्त कराया
बुधवार को अपराधियों ने स्कूल से शिक्षक भोला प्रधान का अपहरण किया था. अपराधियों ने चार लाख लेवी मांगी थी. अपराधियों ने शिक्षक को रात को मुक्त किया. गुमला : गुमला पुलिस अपह्रत पारा शिक्षक भोला प्रधान को मुक्त कराने के लिए जंगलों की खाक छानते रही, लेकिन पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी. वहीं […]
बुधवार को अपराधियों ने स्कूल से शिक्षक भोला प्रधान का अपहरण किया था. अपराधियों ने चार लाख लेवी मांगी थी. अपराधियों ने शिक्षक को रात को मुक्त किया.
गुमला : गुमला पुलिस अपह्रत पारा शिक्षक भोला प्रधान को मुक्त कराने के लिए जंगलों की खाक छानते रही, लेकिन पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच सकी. वहीं अपने पति को बचाने के लिए गीता देवी ने जान जोखिम में डाल कर अपराधियों के बुलावे स्थान पर पहुंच कर भोला को मुक्त कराया.
चर्चा है कि गीता ने अपराधियों को लेवी की रकम के रूप में 20 हजार रुपये दिये, जिसके बाद भोला को अपराधियों ने छोड़ दिया. चर्चा यह भी है कि अपराधियों ने और एक लाख रुपये की मांग की है. इसके लिए किस्त बांटा गया है. पांच किस्त में एक लाख रुपये संगठन के पास जमा करने के लिए कहा गया है. इधर, भोला के सकुशल घर लौटने से परिजन खुश हैं. पुलिस ने भी राहत की सांस ली है, लेकिन किस अपराधी व उग्रवादी संगठन ने भोला का अपहरण किया था, इसका अभी तक पता नहीं चला है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. ज्ञात हो कि भोला का गत बुधवार को दो अपराधियों ने चीरोडीह स्कूल से अपहरण कर लिया था. इसके बाद उसकी पत्नी गीता को फोन कर चार लाख रुपये लेवी की मांग की थी.
रास्ते में पालकोट पुलिस मिली थी : जब गीता अपने पति भोला को अपराधियों से मुक्त करा कर लौट रही थी, तो रास्ते में पालकोट थाना की पुलिस मिली. शुरू में जंगल में वर्दीधारी लोगों को देख कर भोला व गीता भागने लगे. पुलिस ने पीछा कर दोनों को रोका और बताया कि हम पुलिस हैं. इसके बाद पुलिस के संरक्षण में दोनों को घर लाया गया.
गांव के दो युवकों पर शक
शिक्षक भोला प्रधान का गांव पालकोट प्रखंड के उमड़ा गांव है. वह चीरोडीह स्कूल का पारा शिक्षक है. पुलिस के अनुसार, उमड़ा गांव के अशोक साहू व नंदकुमार साहू पर शिक्षक के अपहरण का शक है. पुलिस इसकी जांच कर रही है. दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करने की तैयारी में है.
ताली बजाने के बाद अपराधी पहुंचे
बताया जा रहा है कि तेतरगढ़ा के पास अपराधियों ने गीता देवी को लेवी की रकम लेकर बुलाया था. वहां से कुछ दूरी पर पुलिस अपह्रत शिक्षक को खोज रही थी. अपराधियों की रणनीति के अनुसार गीता तेतरगढ़ा के पास पहुंच कर ताली बजाया, तभी दो अपराधी पहुंचे, साथ में शिक्षक भोला भी था. रुपये लेने के बाद अपराधी वहां से चले गये. रात 9.30 बजे अपने पति को लेकर गीता घर पहुंची.
बंदूक तान कर बैठे थे. कहा, भागने पर गोली मार देंगे
शिक्षक भोला ने बताया कि दो अपराधियों ने उसका स्कूल से अपहरण किया. इसके बाद कुलबीर व चीरोडीह गांव के बॉर्डर स्थित जंगल के पहाड़ में ले गये. दोनों अपराधी पहाड़ पर बैठ गये. मुझे पहाड़ के नीचे बैठा दिया. अपराधी बंदूक तान कर बैठे हुए थे. अपराधियों ने कहा था कि भागने पर गोली मार देंगे. डर से पहाड़ के नीचे बैठा रहा. रात को खाने के लिए मीट व चावल दिया. मैंने चावल खाया. ठंड से बचने के लिए एक कंबल भी दिया था.