ब्रह्मचारी व आज्ञाकारी बन कर काम करें
गुमला : उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका हाई स्कूल, गुमला के सभागार में प्रथम मन्नत समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर उर्सुलाइन धर्मसमाज की 11 धर्मबहनों ने प्रथम मन्नत ग्रहण की. सभी धर्मबहनों ने दीन, दुखी व असहाय लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया. ब्रह्मचारी, आज्ञाकारी की शपथ ली. धर्म के रास्ते पर चलते हुए […]
गुमला : उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका हाई स्कूल, गुमला के सभागार में प्रथम मन्नत समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर उर्सुलाइन धर्मसमाज की 11 धर्मबहनों ने प्रथम मन्नत ग्रहण की. सभी धर्मबहनों ने दीन, दुखी व असहाय लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया.
ब्रह्मचारी, आज्ञाकारी की शपथ ली. धर्म के रास्ते पर चलते हुए प्रभु यीशु के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया. मुख्य अधिष्ठाता सिमडेगा धर्मप्रांत के बिशप स्वामी विसेंट बरवा थे. सहयोगी के रूप में गुमला धर्मप्रांत के विकर जनरल फादर सीप्रियन कुल्लू, फादर सुशील, फादर मूनचन, फादर सिलबानुस, फादर नीलम, फादर मनोहर खोया माैजूद थे. धर्मबहनों की प्रथम मन्नत की संपूर्ण धर्मविधि हुई. बिशप विसेंट ने बाइबल को अपने जीवन में उतारते हुए समाज व लोगों के प्रति अपने दायित्वों का निर्वाह करने को कहा.
ब्रह्मचारी, आज्ञाकारी व निर्धनता के मार्ग को अपनाते हुए काम करें. ईश्वर के प्रति अपनी सच्ची भक्ति प्रस्तुत करें. आज से आप पर बहुत बड़ी जिम्मेवारी आने जा रही है, उस जिम्मेवारी को पूरी ईमानदारी के साथ पालन करें. आपने अब तक अपने जीवन में जो सीखा, पढ़ा व अनुभव किया है, उसका सही उपयोग करें. जीवन को बेहतर बनाते हुए काम करें. इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ प्रवेश नाच- गान के साथ हुआ. बिशप, विकर जनरल, पुरोहित व उर्सुलाइन की सभी धर्मबहनों को वेदी तक लाया गया. इसके बाद प्रथम मन्नत का कार्यक्रम शुरू हुआ. कोयर दल ने प्रभु यीशु के भक्तिमय गीत प्रस्तुत किये.
इसाई पूरे समाज के चरवाहा हैं : फादर सीप्रियन : विकर जनरल फादर सीप्रियन कुल्लू ने कहा कि एक पक्षी अपने घोसला में रहता है, फिर भी उड़ जाता है. आसमान से सबकुछ देखता है.
उसी प्रकार आप पहले एक घोसला में थे. अब आप एक पक्षी की तरह हैं. आपके ऊपर पूरे समाज को देखने की जिम्मेवारी है. समाज के प्रति अपने दायित्व को निभाना होगा. भगवान के बताये मार्ग पर चलें. उर्सुलाइन धर्मसमाज स्वास्थ्य, शिक्षा व सेवा के क्षेत्र में प्रशंसनीय काम कर रहा है. उन्होंने प्रथम मन्नत ग्रहण कर रही धर्मबहनों को धर्म के रास्ते पर चलते हुए आज्ञाकारी बन कर काम करने के लिए कहा.
प्रथम मन्नत ग्रहण करनेवाली धर्मबहनें : सिस्टर रोसिता कुजूर, सिस्टर ज्योति एक्का, सिस्टर संध्या कुजूर, सिस्टर दिव्या मिंज, सिस्टर अर्चना टोप्पो, सिस्टर अलिता टेटे, सिस्टर मेरी केरकेट्टा, सिस्टर मंजुला बागे, सिस्टर मिलिना टेटे, सिस्टर शोभा कुजूर, सिस्टर अनीमा लकड़ा हैं.
इन सभी धर्मबहनों को इनके कार्यक्षेत्र के अनुसार गुमला, सिमडेगा, हजारीबाग, राउरकेला व अन्य धर्मप्रांत में स्थानांतरण किया जायेगा.
कार्यक्रम में मौजूद उर्सुलाइन धर्मबहनें : कार्यक्रम में सिस्टर मरिया कुजूर, सिस्टर निर्मला कुजूर, सिस्टर अन्ना, सिस्टर कुमूदनी तिर्की, सिस्टर कुमूदनी सोय, सिस्टर मुक्ता, सिस्टर अनीता, सिस्टर रोशनी बाखला, सिस्टर हिरमीना बेक, सिस्टर हिलारिया माैजूद थे. कैथोलिक संघ के लोग भी कार्यक्रम में शामिल हुए. प्रथम मन्नत के बाद स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ.