व्यवसायी की हत्या के बाद लूटो गांव में दहशत

लंबे समय के बाद पनसो इलाके में माअोवादियों ने घटना को दिया अंजाम गुमला : भाकपा माओवादियों ने लंबे समय के बाद लुटो पनसो में नक्सली घटना को अंजाम दिया है. इससे क्षेत्र में दहशत है. कोटाम, लूटो व पनसो इलाका माओवादियों का गढ़ रहा है. माओवादियों के आतंक को कम करने के लिए कोटाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 7:32 AM
लंबे समय के बाद पनसो इलाके में माअोवादियों ने घटना को दिया अंजाम
गुमला : भाकपा माओवादियों ने लंबे समय के बाद लुटो पनसो में नक्सली घटना को अंजाम दिया है. इससे क्षेत्र में दहशत है. कोटाम, लूटो व पनसो इलाका माओवादियों का गढ़ रहा है. माओवादियों के आतंक को कम करने के लिए कोटाम में पुलिस पिकेट की भी स्थापना की गयी है.
इसके बावजूद माओवादी गांव में घुस कर रसूल की हत्या कर चले गये. रसूल का बेटा समीर अंसारी ने बताया कि उसके पिता रविवार दिन 10 बजे सिसई प्रखंड अपने रिश्तेदार के घर गये थे. शाम 5.30 बजे फोन कर कहा कि घर आ रहे हैं. समीर अपने पिता को बाइक से लाने के लिए पनसो गांव गया था. साथ में ऐनुल अंसारी, गफ्फार अंसारी व जुबैर अंसारी थे. समीर व उसके साथ पनसो यात्री शेड के पास अपने पिता के आने का इंतजार कर रहा था. इसी दाैरान 12 से 13 की संख्या में माओवादी निकले. सबजोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव व रंथु उरांव का दस्ता था.
माओवादियों ने कुछ काम है कह कर रसूल को अपने साथ ले गये. इसके बाद पनसो गांव के समीप नहर के किनारे मफलर से पीछे हाथ बांधकर गोली मार दी. छह गोली चलायी. इसमें तीन गोली रसूल को लगी. तीन गोली हवा में चलायी.
सबसे बड़ा किसान था रसूल : मृतक रसूल अंसारी लुटो, पनसो व कोटाम इलाके का सबसे बड़ा किसान था. पशु का व्यवसाय करने के अलावा वह खेतीबारी करता था.
रात को ही डीएसपी पहुंच गये : घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी इंद्रमणि चौधरी पुलिस बल के साथ रात को ही घटनास्थल पहुंच गये. कुछ लोग शव उठाने नहीं दे रहे थे, लेकिन डीएसपी के समझाने के बाद रात 10.30 बजे पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया.

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