तेली जतरा में बोले सीएम रघुवर दास- निवेश लाना, मतलब राज्य का विकास करना
राजनीति करने वालों से सरकार हिसाब किताब लेगी गुमला : राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में निवेश लाना. मतलब झारखंड राज्य का विकास करना है. बेरोजगारों को रोजगार देना है. तीन महीने में बदलाव आयेगा. हमारी संस्कृति पर हमला करने वाले सावधान हो जाये. समाज को तोड़ने व गुमराह करने वालों […]
राजनीति करने वालों से सरकार हिसाब किताब लेगी
गुमला : राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में निवेश लाना. मतलब झारखंड राज्य का विकास करना है. बेरोजगारों को रोजगार देना है. तीन महीने में बदलाव आयेगा. हमारी संस्कृति पर हमला करने वाले सावधान हो जाये. समाज को तोड़ने व गुमराह करने वालों को बख्सा नहीं जायेगा. जनता को गुमराह कर राजनीति करने वालों से सरकार हिसाब किताब लेगी.
दास शनिवार को गुमला के पीएई स्टेडियम में छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज द्वारा आयोजित तेली जतरा सह सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे. 20 हजार से अधिक भीड़ को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि आदिवासी व मूलवासी की जमीन छीनने वालों की समीक्षा होगी. राज्य के 32 हजार गांवों में 32 हजार महिला उद्यमी केंद्र की स्थापना करेंगे. 14 सालों तक आदिवासी व मूलवासी के नाम पर राजनीति करने वाले अब सावधान हो जाये. मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड बनेगा. 50 वनोत्पाद को बढ़ावा मिलेगा.
उग्रवाद क्षेत्र में दस हजार सहायक पुलिस की नियुक्ति होगी
सीएम रघुवर दास ने कहा कि जतरा मतलब मेला. मेला में मिठास होता है. मिलने जुलने का अवसर मिलता है. यहां सबकुछ है. लेकिन खाने की व्यवस्था नहीं है. लेकिन आपकी भीड़ यह स्पष्ट करता है. आप आगे बढ़ना चाहते हैं. हमारे राज्य की बेटियों को बिचौलिया व दलाल दूसरे राज्य लेकर बेच रहे हैं. इसे रोकना है. बिचौलिया व दलाल नहीं बचेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है. गरीबी को समाप्त करना. इसका औजार शिक्षा है. बेटा व बेटी में फर्क न करें. अब तो बेटे कोई काम के नहीं रहे. बेटियां ही हमारा सहारा हैं. सिर्फ साहू नहीं. बल्कि आदिवासी समाज की स्थिति भी खराब है. इसमें सुधार लाना है. दूसरे नेताओं से अपील है. ईमानदारी से समाज सेवा करें. पैसा वाले को समाज की जरूरत नहीं है. वे हमें व आपको भी खरीद सकते हैं.
उन्होंने समाज के लोगों से पुराने व्यवसाय तेल बनाने की परंपरा को शुरू करने की अपील किया. सरकार किसी एक विशेष वर्ग व दल का नहीं है. बल्कि सभी के लिए सरकार होती है. तीन साल में गरीबी को खत्म करना है. अब हर योजना गरीबों को ध्यान में रखकर बन रहा है. झारखंड की गोद में जो गरीबी है. उसे निस्तानाबुत करना है.
उन्होंने कहा कि 14 साल तक राज्य में सिर्फ आदिवासी व मूलवासी के नाम पर राजनीति हुई है. लेकिन राजनीति करने वाले अब सावधान हो जाये. गरीबों के साथ अन्याय होने नहीं देंगे. राज्य में हमारे कुछ नेता हैं. जो आंदोलन के नाम पर राज्य को बेचने का काम किये हैं. स्थानीय नीति के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जुलाई माह तक 35 हजार लोगों को और नौकरी देंगे.
दास ने कहा कि उग्रवाद क्षेत्र में सहायक पुलिस की नियुक्ति होगी. दस हजार युवक युवतियों की नियुक्ति की तैयारी है. उन्होंने कहा कि जीना है तो कीड़ा मकोड़ा की तरह नहीं. बल्कि शान से गरीबों के लिए जीये. साहू नहीं, सभी जाति का विकास करेंगे. मंच का संचालन कलींद्र साहू व स्वागत भाषण श्याम सुंदर साहू ने किया.
समृद्ध राज्य में पलायन कलंक है
सीएम ने कहा कि हमारी राज्य की बेटियों को महानगरों में बेचा जा रहा है. गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा व खूंटी जिला की 30 हजार लड़कियां दूसरे राज्यों में बर्तन धो रही हैं. इसके पीछे हमारे राज्य के बिचौलिया हैं. समृद्ध राज्य में पलायन कलंक है. जिसे हमें धोना है.