आदिवासी व मूलवासी के लिए मंच बना है

झारखंड को बचाने के लिए सभी लोग एक छत्त के नीचे आयें सरकार गिराने व बनाने के खेल में सालखन मुरमू शामिल हैं. गुमला : सेंगेल अभियान के केंद्रीय संयोजक सालखन मुरमू द्वारा स्थानीय जागरूक मंच को भाजपा का एजेंट बताये जाने पर मामला गरमा गया है. सालखन मुरमू के बयान के बाद स्थानीय जागरूक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 8:02 AM
झारखंड को बचाने के लिए सभी लोग एक छत्त के नीचे आयें
सरकार गिराने व बनाने के खेल में सालखन मुरमू शामिल हैं.
गुमला : सेंगेल अभियान के केंद्रीय संयोजक सालखन मुरमू द्वारा स्थानीय जागरूक मंच को भाजपा का एजेंट बताये जाने पर मामला गरमा गया है. सालखन मुरमू के बयान के बाद स्थानीय जागरूक मंच गुमला ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सालखन पर पलटवार किया है.
स्थानीय जागरूक मंच के जिला संयोजक विनय भूषण टोप्पो ने कहा है कि मंच पर जो आरोप लगाया जा रहा है, वह बेबुनियाद है. सालखन द्वारा लगाये गये आरोप के विरोध में मंच का कहना है कि आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा भाजपा का एजेंट कहना उनकी मानसिकता को दर्शाता है.
स्थानीय जागरूक मंच की एकजुटता से घबरा कर लोगों को विचलित करने का कार्य कर रहे हैं. जनता इनकी इन बातों से गुमराह नहीं हो सकती है. चूंकि स्थानीय जागरूक मंच सरकार गिराने व बचाने के खेल में शामिल नहीं है. बल्कि आदिवासी व मूलवासी को जागरूक कर उनका हक व अधिकार दिलाने की बात करती है. यह बात गांव-गांव जाकर लोगों को समझाया जा रहा है.
झारखंड को बचाना है, तो सभी को एक छत्त के नीचे आना होगा, नहीं तो मुद्दे को लेकर गुमराह करने वाले कई लोग हैं, जिन्हें समाज से कोई लेना देना नहीं है. साथ ही सेंगेल अभियान का कहना है कि हमारी सभा 27 मार्च को देखते हुए बंदी बुला दी गयी, जबकि आप सभी को यह बताना चाहते हैं कि 27 मार्च की बंदी जन संघर्ष समिति द्वारा बुलायी गयी थी. स्थानीय जागरूक मंच ने केवल नैतिक समर्थन दिया था. बंदी नेतरहाट फिल्ड फायरिंग रेंज के विरोध स्वरूप थी.
सेंगेल अभियान को सभा करनी था, तो कम से कम यहां की जनता की आवाज बनती, न कि किसी पर दोषारोपण करती. मौके पर गोविंदा टोप्पो, सुनील उरांव, अनविस मिंज, विनय भूषण टोप्पो, खुदी भगत दुखी, रवि उरांव, शांति, कलेमेंट तिग्गा, बबलू उरांव व रोज सहित कई लोग मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version