बीडीओ व सीओ हुए सम्मानित

समारोह. गुमला के विकास भवन में सिविल सर्विस दिवस मनाया गया सरकार में मानव पूंजी प्रबंधन के माध्यम से मूल्यों का सृजन विषय पर सेमिनार का हुआ आयोजन गुमला : गुमला के विकास भवन में शुक्रवार को प्रशासन द्वारा सिविल सर्विस दिवस मनाया गया. मौके पर ‘सरकार में मानव पूंजी प्रबंधन के माध्यम से मूल्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2017 6:06 AM
समारोह. गुमला के विकास भवन में सिविल सर्विस दिवस मनाया गया
सरकार में मानव पूंजी प्रबंधन के माध्यम से मूल्यों का सृजन विषय पर सेमिनार का हुआ आयोजन
गुमला : गुमला के विकास भवन में शुक्रवार को प्रशासन द्वारा सिविल सर्विस दिवस मनाया गया. मौके पर ‘सरकार में मानव पूंजी प्रबंधन के माध्यम से मूल्यों का सृजन’ विषय पर सेमिनार भी हुआ. इसमें जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों ने संवैधानिक व्यवस्था के तहत अपने कर्तव्यों के निर्वहन एवं कार्यों को ईमानदारी एवं पारदर्शी तरीके से संपादित करते हुए जन आकांक्षाओं की प्रतिपूर्ति के संबंध में विस्तार से चर्चा की. सभी ने अपने सेवा काल के दौरान प्राप्त अनुभवों को साझा किया गया. कार्यशाला का संचालन बीडीओ अमित बेसरा ने किया.
मौके पर विकास एवं मनरेगा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए पालकोट के बीडीओ अमित बेसरा व राजस्व के क्षेत्र में राजस्व संग्रहण, लैंड रिकार्ड डिजिटलाइजेशन आदि क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए गुमला सदर के अंचल अधिकारी महेंद्र कुमार को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटों देकर कर सम्मानित किया गया. सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप में डीसीएलआर अंजना दास, अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप तथा नैप निदेशक नयनतारा केरकेट्टा को क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.
डीसी श्रवण साय ने कहा कि गुमला जैसे छोटे एवं जनजाति बहुल जिले में सीमित संसाधन का कैसे बेहतर उपयोग हो तथा आधुनिक तकनीक व प्रशिक्षण के समावेश से जिला को कैसे लाभ पहुंचाया जा सकता है, इसके लिए सभी पदाधिकारियों को बेहतर समन्वय बना कर कार्य करने की आवश्यकता है. कभी भी आम आदमी आपके दरबार में आये, तो धैर्यपूर्वक उनकी समस्याओं को सुने एवं जहां तक संभव हो, उनकी मदद करें. अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप ने कहा सिविल सेवकों को सरकार तथा आम लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए आत्म मंथन करने की आवश्यकता है.
अपने अधिकार एवं कर्तव्य के प्रति न्याय करें. नैप निदेशक नयनतारा केरकेट्टा ने कहा कार्यों के बदलते स्वरूप के अनुरूप लोक सेवकों को ढलना आज की जरूरत है. जिला प्रशासन शासन तथा आम लोगों के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी है. मुख्यालय डीएसपी इंद्रमणि चौधरी ने कहा प्राय: यह देखा जाता है कि सेवा में आने के बाद सेवक अपने उद्देश्यों की मूल भावना से भटक वर्तमान व्यवस्था में ढल जाते हैं, परंतु सच्चा सेवक अपने कार्यक्षेत्र में तत्परता से लोगों की भावना के अनुरूप कार्य करता है. डीसीएलआर अंजना दास ने कहा प्रजातंत्र में प्रशासक सरकार के वितरण तंत्र की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है.
जिनका संवेदनशील एवं सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आम जनता के बीच में व्यावहारिक होना अति महत्वपूर्ण है. डीइओ जयंत मिश्र ने कहा लोक सेवक की मूल भावना को हमेशा अपने जेहन में रख कर कार्य करते हुए अपने पास उपलब्ध संसाधनों का बेहतर प्रबंधन एवं कार्यों की प्राथमिकता के अनुरूप कार्यों को बंटवारा करने से काम में अपेक्षित सफलता मिलेगी. मौके पर डीडीसी नागेंद्र कुमार सिन्हा, सीओ महेंद्र कुमार, बीडीओ मनोरंजन कुमार व बीडीओ गोपी उरांव ने भी विचार प्रकट किया.

Next Article

Exit mobile version