एक घंटे तक मुठभेड़, हथियार बरामद

सफलता. पीएलएफआइ का एरिया कमांडर कुलदीप गोप गिर कर घायल, पुलिस ने पकड़ा कामडारा/बसिया : कामडारा थाना क्षेत्र के लतरा जर्राटोली जंगल में मंगलवार की रात पुलिस व पीएलएफआइ के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़ में पुलिस ने एरिया कमांडर कुलदीप गोप उर्फ कुलदीप महतो को गिरफ्तार किया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2017 8:48 AM
सफलता. पीएलएफआइ का एरिया कमांडर कुलदीप गोप गिर कर घायल, पुलिस ने पकड़ा
कामडारा/बसिया : कामडारा थाना क्षेत्र के लतरा जर्राटोली जंगल में मंगलवार की रात पुलिस व पीएलएफआइ के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़ में पुलिस ने एरिया कमांडर कुलदीप गोप उर्फ कुलदीप महतो को गिरफ्तार किया है. उसके पास से राइफल व कई हथियार पुलिस ने बरामद किया है. कुलदीप पर दो लाख रुपये का इनाम था. वहीं अंधेरे व घने जंगल का फायदा उठा कर चार-पांच उग्रवादी भाग निकले. कुलदीप ने भी भागने का प्रयास किया, लेकिन भागने के क्रम मेंं गिर कर वह घायल हो गया. इसके बाद पुलिस उसे धर दबोचा.
घटना को अंजाम देने की थी योजना
एसपी चंदन कुमार झा ने बताया कि उग्रवादी अपना वर्चस्व व दहशत बनाये रखने के लिए किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. इसकी सूचना पुलिस को मिल गयी. इसके बाद एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर के नेतृत्व में पुलिस ने लतरा इलाके में छापामारी शुरू की.
इसी दौरान उग्रवादियों से भिड़ंत हो गयी और एरिया कमांडर कुलदीप पुलिस के हाथ लगा. मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से 30 से अधिक गोली चली है. पुलिस ने कुलदीप के पास से रायफल, खाने-पीने का सामान, विस्तर, गोली व मोबाइल बरामद किया है. कामडारा क्षेत्र में कुलदीप का आतंक था. उसके खिलाफ थाने में चार मामले दर्ज हैं.
थानेदार को मारा था
बसिया के कदमडीह गांव के रास्ते पर पुलिस जांच कर रही थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि उक्त रास्ते से उग्रवादी गुजरने वाले हैं. इसके बाद एसडीपीओ व थानेदार वहां जांच के लिए खड़े थे. इसी बीच बाइक से तीन उग्रवादी पहुंचे. पुलिस को देखते ही तीनों उग्रवादी भागने लगे. पुलिस ने पीछा किया और तीनों को धर दबोचा. इनमें ओलिप बागे, दीपक कंडुलना व अतुल मड़की शामिल हैं.
एसपी ने बताया कि ये तीनों गुज्जू गोप के दस्ते के हार्डकोर उग्रवादी हैं. हाल ही में बानो थानेदार की हुई हत्या में ये तीनों शामिल थे. गुड़ाम में हुए नरसंहार को भी अंजाम दिया था. थानेदार की हत्या के बाद गुज्जू गोप ने सभी का हथियार लेकर इन्हें घर भेज दिया था.
तीनों उग्रवादी गुज्जू के कहने पर कुलदीप गोप के दस्ते में जा रहे थे, तभी पुलिस ने धर दबोचा. उग्रवादियों के खिलाफ चलाये गये इस अभियान में एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर, बसिया थानेदार अशोक कुमार, कामडारा थानेदार नरेश सिन्हा, सअनि राजेश्वर प्रसाद, पुलिसकर्मी राकेश किंडो, रफी अहमद, अविनाश पूर्ति, राजेंद्र सोय, मोहन महली, याकूब सुरीन, हवलदार दधन हेमरोम, बिरसा सुरीन व झारखंड जगुवार के जवान शामिल थे.

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