सड़क हादसे में युवक की मौत

गुमला सदर थाना क्षेत्र के लांजी के समीप गुरुवार को हुए सड़क हादसे में दो युवक घायल हो गये

By Prabhat Khabar News Desk | November 8, 2024 5:57 PM

प्रतिनिधि, गुमला गुमला सदर थाना क्षेत्र के लांजी के समीप गुरुवार को हुए सड़क हादसे में दो युवक घायल हो गये. घायलों में रामनगर निवासी नवीन उरांव (18) व दीपक गोप (16) है. स्थानीय लोगों के सहयोग से दोनों घायलों को सदर अस्प्ताल गुमला में भरती कराया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने नवीन उरांव को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया. रिम्स पहुंचने पर नवीन की मौत हो गयी. वहीं उसके दोस्त दीपक गोप का इलाज सदर अस्पताल गुमला में चल रहा है. जानकारी के अनुसार उपरोक्त दोनों युवक बाइक से नागफेनी छठ घाट अर्घ्य देने के लिए गये थे. जहां से लौटने के क्रम में लांजी के समीप अनियंत्रित होकर गिरने से घायल हो गये. इलाज के क्रम में नवीन उरांव की मौत हो गयी. घाघरा : संर्पदंश से वृद्धा की मौत गुमला. घाघरा थाना क्षेत्र के नवाडीह गांव निवासी बियारी देवी (60) की मौत गुरुवार को सदर अस्पताल गुमला में इलाज के क्रम में हो गयी. बियारी देवी को गत बुधवार को उसके खेत में मड़ुवा की फसल काटने के क्रम में जहरीले सांप ने डंस लिया था. परिजनों ने उसके शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. जिसके बाद गुमला पुलिस ने उसके परिजनों से लिखित आवेदन लेकर शव को सौंप दिया. टोटो : युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या गुमला. टोटो थाना क्षेत्र के खरका गांव निवासी विक्की पासवान (18) ने अपने घर से कुछ दूरी स्थित करंज के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. टोटो पुलिस को सूचना मिलने पर टोटो थानेदार इमानुएल कोंगाड़ी दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचकर शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया. घटना के संबंध में थानेदार इमानुएल कोंगाड़ी ने बताया कि मृतक ने क्यों आत्महत्या की. इसकी जानकारी परिजनों ने नहीं दी है. फिर भी पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है. फोटो है : पति की मौत के बाद भी मुआवजा नहीं मिली 8 गुम 7 में जानकारी देती सानिसा असुर बिशुनपुर. थाना क्षेत्र के अमतीपानी जोभीपाठ गुरदरी निवासी रतिया असुर की अगस्त माह में वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी थी. रतिया की मौत के बाद पत्नी सानिया असुर ने मुआवजा के लिए कागजात तैयार की. इसके बाद पंचायत सेवक के पास सभी कागजात जमा किया गया. पोस्टमार्टम भी हुआ था. 60 दिन के बीच समय बीत जाने के बावजूद भी रतिया असुर के परिवार को गृह कारा एवं आपदा विभाग से मृत्यु लाभ नहीं मिल पाया है. सानिया असुर मृत्यु लाभ प्राप्त करने के लिए पंचायत सेवक सहित कई जगह अपनी फरियाद करते-करते आज थक चुकी है. लेकिन अभी तक सानिया असुर की पीड़ा को किसी ने नहीं सुनी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version