गुमला: गुमला में आये दिन सड़क दुर्घटना हो रही है. प्रशासन ने सड़क हादसों के कारणों की जांच की. जांच में पता चला कि दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ड्रिंक एंड ड्राइव है. अधिकतर दुर्घटनाएं शाम के 6.00 बजे के बाद देखने को मिलती है. अधिकतर दुर्घटनाओं का शिकार वैसे लोग हो रहे हैं, जो जागरूकता के अभाव के कारण हेलमेट नहीं पहनते तथा सड़क सुरक्षा संबंधित यातायात नियमों का पालन नहीं करते हैं.
उपायुक्त सुशांत गौरव ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि अधिकतर उन लोगों की सड़क दुर्घटना हो रही है जो सड़क सुरक्षा के संबंध में कम जागरूक हैं. अधिकतर सुदूरवर्ती इलाकों के लोगों में सड़क सुरक्षा संबंधित जागरूकता कम देखने को मिली है. जिसे मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सुदूरवर्ती इलाकों में स्थित विद्यालयों तथा आसपास के इलाकों में परिवहन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु निरंतर प्रयासरत है.
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु कार्य कर रही है. पिछले वर्ष 2021 की तुलना में इस वर्ष 2022 में जनवरी से जून माह के बीच छह महीनों में दुर्घटनाओं में 21 प्रतिशत की कमी आयी है. वहीं दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु में 32 प्रतिशत तक की कमी देखने को मिली है. पिछले वर्ष जनवरी माह से जून माह तक में 114 सड़क दुर्घटनाएं एवं 101 मृत्यु देखने को मिली. वहीं इस वर्ष 2022 में जनवरी माह से जून माह तक के रिपोर्ट में 90 दुर्घटना एवं 69 मृत्यु देखने को मिली है.
जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान के साथ साथ ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया जा रहा है. अधिक दुर्घटना के कारणों का आंकलन करते हुए उचित कदम भी उठाये जा रहे हैं. भीड़ वाले इलाकों में बंपर्स की जगह बैरीगेटर लगवाया जा रहा है. नियमित रूप से जांच किये जा रहे हैं. चिन्हित स्थानों में उत्तल दर्पण, साइनेज बोर्ड, स्ट्रीट लाइट आदि लगवाये जा रहे हैं. इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा अन्य कई तरीकों से सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जा रहा है.
डीसी ने वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगवाने, ड्राइविंग लाइसेंस तथा इंश्योरेंस करवाने एवं अन्य सड़क सुरक्षा संबंधित नियमों का पालन करने हेतु अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई सड़क दुर्घटना से हुए घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाते हैं. उसे सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि एवं सर्टिफिकेट भी दी जायेगी.