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गुमला : शहीद संतोष गोप के गांव से प्रशासन ने मोड़ा मुंह, नहीं लगी प्रतिमा, सरकारी मदद को भटक रहा परिवार

भारत-पाक बॉर्डर स्थित जम्मू कश्मीर में चार साल पहले गुमला के लाल संतोष गोप शहीद हुए थे. लेकिन, शहीद के गांव से प्रशासन ने मुंह मोड़ लिया है. शहीद का परिवार सरकारी मदद के लिए भटक रहा है. वहीं, डीसी ने सामान्य शाखा से पूरी जानकारी मांगी है.

गुमला, दुर्जय पासवान : भारत-पाक बॉर्डर में जम्मू कश्मीर में चार साल पहले गुमला के लाल संतोष गोप शहीद हो गये थे. बसिया प्रखंड के टेंगरा गांव निवासी शहीद संतोष गोप ने देश के लिए जान दी थी. लेकिन, शहीद के गांव से प्रशासन ने मुंह मोड़ लिया है. शहीद का परिवार सरकारी मदद के लिए भटक रहा है. शहीद के गांव की स्थिति भी खराब है. सरकार व प्रशासन ने शहीद की प्रतिमा स्थापित करने का वादा किया था. दो साल पहले राज्य के मंत्री चंपई सोरेन ने ट्वीट कर गुमला प्रशासन को निर्देश दिया था कि शहीद के गांव व परिवार की समस्या को दूर करें. प्रशासन ने ट्वीट का जवाब देते हुए शहीद के परिवार की मदद का भरोसा दिलाया था. लेकिन, मंत्री के निर्देश के दो साल गुजर गये. अबतक प्रशासन नींद से नहीं जागा है. चार साल में भी शहीद की प्रतिमा स्थापित नहीं हो सकी है. आज भी माता सारो देवी व पिता जीतू गोप अपने शहीद बेटे की यादों में जी रहे हैं. माता-पिता की मांग है कि शहीद बेटे की प्रतिमा स्थापित हो. अभी तक इसपर पहल नहीं हुई.

प्रशासन गांव झांकने तक नहीं जाता

12 अक्तूबर, 2019 को जब संतोष गोप शहीद हुए, तो प्रशासन ने गांव के विकास का वादा किया था. लोगों को सपने दिखाये गये. लेकिन, अब चार साल हो गया. प्रशासनिक अधिकारी गांव झांकने तक नहीं गये. यहां तक कि प्रखंड प्रशासन भी गांव की दुर्दशा की जानकारी नहीं ली. यहां तक कि शहीद के परिवार के लोग किस हाल में जी रहे हैं. इसके बारे में भी प्रशासन जानने का प्रयास नहीं किया.

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शहीद के पिता दैनिक मजदूरी करते हैं

शहीद के परिवार को अभी तक आवास बनाने के लिए जमीन तक नहीं मिला है. जिसके वे हकदार हैं. चार वर्षों में शहीद के 63 वर्षीय पिता जीतू गोप एक दैनिक मजदूर हैं. कई बार विभाग को पत्र लिखे और मिले हैं, लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ. प्रभारी मंत्री व सांसद भी शहीद के परिवार से मुंह मोड़ लिए हैं. अहीर सेना के लखन गोप, विनय गोप, रविंद्र गोप, जनक गोप, मिलेश्वर गोप, नीलांबर गोप, लखम गोप, सूरज गोप, बिंदेश्वर यादव, चंदन गोप, मनोज गोप, दिलीप गोप, बालकिशोर गोप, बैजनाथ गोप, कृष्णा गोप, मनोज गोप, रंथु गोप ने प्रशासन से शहीद को मान सम्मान देने व परिवार की मदद करने की मांग की है.

शहीद की प्रतिमा स्थापित हो : अहीर सेना

अहीर सेना, गुमला ने नये डीसी कर्ण सत्यार्थी से शहीद के मुद्दे पर मुलाकात किया. लिखित आवेदन सौंपा है. अहीर सेना ने गुमला डीसी से बसिया प्रखंड के ममरला टेंगरा गांव के शहीद संतोष गोप की प्रतिमा स्थापित करते हुए उनके माता-पिता को सरकारी लाभ दिलाने की मांग की है. लखन गोप ने कहा है कि शहीद संतोष गोप के माता-पिता सम्मान के लिए लड़ रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार अभी तक उन्हें उनका हक नहीं दे पायी है. दिवंगत शहीद संतोष गोप की पुण्यतिथि आने वाली है. उनके घर पर गम का माहौल है. उनके नाम का जिक्र होते ही उनकी मां की आंखों में आंसू आ जाते हैं. शहीद संतोष गोप चार साल पूर्व शहीद हो गये थे. 25 साल की उम्र में शहीद हुए संतोष गोप अपने माता-पिता के दूसरे बेटे थे. उनके परिजनों अब बेटे के शहीद सम्मान की आस में जी रहे हैं.

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पिता ने कहा : मेरे शहीद बेटे की प्रतिमा स्थापित हो

शहीद के पिता जीतू गोप ने कहा कि मेरे शहीद बेटे संतोष गोप की प्रतिमा स्थापित हो. पहले प्रशासन ने वादा किया था कि प्रतिमा बनेगी. परंतु अभी तक प्रतिमा स्थापित करने की पहल नहीं की गयी है. हमारे गांव का भी विकास नहीं हुआ है. हमलोग संकट में जी रहे हैं. प्रशासन हमारी मदद करे.

सामान्य शाखा से मांगी गई पूरी जानकारी : डीसी

गुमला डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि सामान्य शाखा के अधिकारी से इससे संबंधित विषय की पूर्ण जानकारी मांगी गयी है, ताकि जानकारी प्राप्त करते हुए इस मामले में आगे की कार्रवाई कर सके.

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