गुमला : पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल (पीएचइडी) गुमला में सोमवार को लगातार दो घंटे तक थालियों की टन-टन की आवाज गूंजती रही. झारखंड राज्य जल सहिया संघ गुमला के बैनर तले जिले भर की जलसहिया 32 महीने से लंबित मानदेय एवं अन्य पांच सूत्री मांगों को लेकर पूर्वाह्न 11 बजे पीएचइडी पहुंची थी. इसके बाद 11.30 बजे से 1.30 बजे सभी जलसहिया अपनी मांगों के समर्थन में लगातार थाली बजाती रही.
जलसहियाओं के प्रदर्शन के दौरान विभाग के इइ कार्यालय में नहीं थे. वहीं थालियों की टन-टन की आवाज से परेशान पीएचइडी कर्मियों ने जलसहियाओं को थाली बजाने से मना भी किया. परंतु जलसहियाओं ने किसी की नहीं सुनी और लगातार थालियां बजाती रही. जलसहियाओं के प्रदर्शन को देख एसडीओ जितेंद्र लकड़ा कर्मियों के साथ जलसहियाओं के पास पहुंचे और बात की.
इस दौरान जलसहियाओं ने विभाग के इइ के नाम एसडीओ को मांग पत्र सौंपा. संघ की जिला अध्यक्ष कुंती देवी व कोषाध्यक्ष गुनीता देवी ने बताया कि जिले भर की जलसहिया का विगत 32 महीनों से मानदेय लंबित है. जिस कारण सभी जलसहियाओं की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है.
तीज, कर्मा, जिउतिया पर्व को किसी तरह गुजर गया. परंतु अब श्री दुर्गा पूजनोत्सव और दीपावली जैसा बड़ा त्योहार है. यदि अभी भी मानदेय नहीं मिला तो इन त्योहारों को भी मनाना मुश्किल हो जायेगा. यदि सभी जलसहियाओं को तीन-तीन माह का भी मानदेय मिल जाता है तो त्योहारों मनाने में परेशानी नहीं होगी. एसडीओ ने कहा कि जलसहियाओं की समस्या से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है.
प्रदर्शन में सोनामती देवी, ललिता देवी, संगीता देवी, सीतामुनी, मंजू एक्का, बिंदेश्वरी देवी, पूनम खलखो, अंकिता मिंज, सेवंती देवी, ज्योति टोप्पो, जीवंती मिंज, एमेल्दा टोप्पो, सीतामुनी देवी, असमुनी नगेसिया, मुन्नी देवी, रेणु सोरेंग, कंचन देवी, स्टेला टेटे, भिंसेनसिया संडीमुरूम, लीलावती देवी, जसिंता मिंज, लाजू देवी, प्रेम रोस केरकेट्टा, जेनी जोएस मिंज, यमुना देवी सहित अन्य जलसहिया शामिल थीं.