झारखंडः अमर शहीद तेलंगा खड़िया के पोते जोगिया खड़िया के निधन के महज एक सप्ताह के अंदर ही उनकी पत्नी पुनिया देवी का भी निधन हो गया. रांची के रिम्स में इलाज के दौरान आज यानी रविवार को उन्होंने आखिरी सांस ली. लंबे समय से पुनिया खड़िया बीमारियों से जूझ रही थीं. उन्हें थाइराइड और सांस की समस्या थी. वहीं, अपने पति जोगिया खड़िया के निधन से भी वो बुरी तरह आहत थीं.
एक सप्ताह पहले ही हुआ था जोगिया खड़िया का निधन
वीर शहीद तेलंगा खड़िया के पोते जोगिया खड़िया का लंबी बीमारी के बाद बीते रविवार को निधन हो गया था. पैसे के अभाव के कारण उनका सही से इलाज नहीं हो पाया था. उनकी मौत के बाद से ही पुनिया देवी पूरी तरह टूट गई थी. उन्होंने भी जीने की आस छोड़ दी थी.
काफी समय से बीमार थी पुनिया
बता दें, जोगिया खड़िया और पुनिया देवी काफी समय से बीमार चल रहे थे. उनके पास इलाज कराने के लिए पैसे भी नहीं थे. सरकार और प्रशासन की ओर से उनके इलाज पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था. पांच महीने पहले जब जोगिया बीमार थे, उस वक्त प्रभात खबर में उनकी बीमारी की खबर छपने के बाद ही प्रशासन ने उनकी सुध ली थी, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था.
बेटे ने लगाया आरोप
करीब एक महीने के इलाज के बाद जोगिया को वापस घर भेज दिया गया था. लेकिन घर में जोगिया की तबीयत फिर से खराब हो गयी. पैसों के अभाव में गांव में ही झाड़फूंक वाला इलाज होता रहा, और उनकी तबीयत बिड़ती गई. उनके बेटे विकास खड़िया का कहना है कि सही इलाज नहीं होने के कारण ही उनके की जान चली गई.
ऑपरेशन के कारण पूर्वजों की जमीन रखना पड़ा था बंधक
इधर, जोगिया खड़िया की पत्नी पूनिया देवी बीते तीन महीने से बीमार थी. पैसों के अभाव में वो झोलाछाप डॉक्टरों और ओझा गुनी से झाड़फूंक करवा कर अपना इलाज करा रही थीं. इससे पहले उनकी पथरी का भी ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के खर्चे के लिए पूर्वजों की जमीन को बंधक रखना पड़ा था.
Posted By: Pritish Sahay.