सिसई : सिसई में घंटों हाइ वोल्टेज ड्रामा के बाद अंततः लड़का ने अपनी प्रेमिका को अपनाने के लिए तैयार हुआ. इसके बाद थाना प्रभारी एसएन मंडल और जिला परिषद अध्यक्ष किरण माला बाड़ा की पहल पर प्रेमी-प्रेमिका की शादी हुई. इस शादी के गवाह लड़का पक्ष, लड़की पक्ष, ग्रामीण और पुलिस बने.
लोगों की मौजूदगी में थाना परिसर के शिव मंदिर में दोनों की शादी पूरे रस्मों-रिवाज के साथ हुई. शादी जगरनाथ पंडित और श्यामा पोदो चटर्जी ने हिंदू रीति-रिवाज से करायी. जानकारी के अनुसार सोगड़ा निवासी जो़वाकिम टोप्पो की पुत्री अगस्तिना टोप्पो (18) रविवार को 12:00 बजे यौन शोषण की प्राथमिकी दर्ज कराने सिसई थाना पहुंची थी.
आवेदन में भरनो प्रखंड के जुरा गांव निवासी स्व. शंकर उरांव के पुत्र कुलदीप उरांव (22) को आरोपी बनाया गया था. आवेदन लेने के उपरांत थाना प्रभारी एसएन मंडल ने दोनों पक्ष के लोगों को थाने बुलाकर आपस में समझौता करने को कहा. घंटों हाइ वोल्टेज ड्रामा के बाद लड़का पक्ष के लोग शादी के लिए तैयार हुए. अगस्तिना टोप्पो ने बताया कि मई 2020 में कुलदीप उरांव से पहचान हुई थी.
उसके बाद फोन से लगातार बात होने लगी. जुलाई में पालकोट प्रखंड के कोलेंग गांव अपने दीदी के घर गयी हुई थी. जहां से दूसरे दिन फोन पर बात कर कुलदीप लड़की को अपने साथ बरगांव चट्टीटोली में अपने दोस्त के घर ले गया. जहां रात में शादी का प्रलोभन देकर लड़की की मर्जी के विरुद्ध शारीरिक संबंध बनाया. उसके बाद कई बार मुलाकात किया.
हर बार लड़की शादी करने को कहती थी. इस पर जितिया पर्व के दिन मुझे अकेले बारीडीह मंदिर ले जाकर मेरे माथे पर सिंदूर लगा कर पत्नी के रूप में स्वीकार किया. जितिया के दूसरे दिन अपने घर ले जाकर पत्नी की तरह दो दिन रखा. इसके उपरांत लड़की को बहला-फुसलाकर उसके घर पहुंचा दिया.
घर पहुंचाने के बाद फोन पर बात करने पर कुलदीप लड़की को पत्नी मानने से इंकार करने लगा. इससे परेशान होकर रविवार को लड़की परिवार के साथ पुनः उसके घर गयी. जहां से शादी का प्रमाण देने के लिए कहने पर मेरे साथ कई लोग बारीडीह मंदिर गये. जहां शादी की सत्यता प्रमाणित हुई.
इसके उपरांत भी लड़का द्वारा पत्नी का दर्जा देने के लिए तैयार नहीं होने पर प्राथमिकी दर्ज कराने सिसई थाना आयी थी. जहां जिप अध्यक्ष और थाना प्रभारी की पहल पर दोनों पक्षों की उपस्थिति में शादी करा दी गयी.
posted by : sameer oraon