Jharkhand News: गुमला में एक महिला को सांप ने डंस दिया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहर उतारने के लिए अस्पताल में ही झाड़-फूंक शुरू हो गया. अगरबत्ती जलाया गया. अरवा चावल व पान पत्ता से पूजा हुई. महिला की पीठ पर कासा बर्तन की थाली चिपका चिपकाया गया. घंटों ओझागुनी का काम चला. परंतु महिला के शरीर से सांप काटने का जहर कम नहीं हुआ. स्थिति नाजुक हो गयी. इसके बाद गुमला के डॉक्टरों ने महिला को रांची रिम्स रेफर कर दिया. मामला, गुमला जिला अंतर्गत अंबवा गांव की है.
अंधविश्वास में ना पड़ें ग्रामीण
सिलम गांव से पहुंचे ओझा भगत द्वारा अगरबत्ती जलाने के बाद चावल से मरीज के पीठ पर थाली को लटका कर जहरीले सांप का विष उतारने के दावा करते हुए टोना-टोटका किया गया. जहां पर अन्य मरीज व परिजन मूकदर्शक बन सारा तमाशा देखते रहे. लेकिन, किसी ने भी डॉक्टर से इलाज कराने की बात नहीं की. वहीं, डॉक्टर्स ने कहा कि सर्पदंश का समुचित इलाज संभव है. ग्रामीण अंधविश्वास में ना पड़ कर समय रहते इलाज कराएं.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, अंबवा गांव के शक्ति नायक की पत्नी अर्चना देवी (25 वर्ष) सिलम में बना रहे नये घर के बाहर पेड़ के नीचे मंगलवार को बैठी थी. तभी अचानक से झाड़ी से एक काले रंग का जहरीला सांप निकला और उसके पैर में लपेट गया. जिसके बाद पैर को झाड़ने पर उसने डंस लिया. आनन-फानन में परिजनों ने सदर अस्पताल में भरती कराया. जहां से बेहतर इलाज के लिए गंभीर स्थिति देखते हुए चिकित्सक मनोज सुरीन ने रिम्स रेफर कर दिया था. जिसके बाद परिजन ओझामति बुलाकर झाड़-फूंक कराने में जुट गये.
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पिछले दिनों सदर अस्पताल में ओझा-गुणी को बुलाया गया था
मालूम हो कि तीन दिन पूर्व भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला था. जहां सर्पदंश से पुत्र की मौत होने के बाद इलाज के लिए भरती हुरहुरिया गांव निवासी बहुरा सिंह का भी सदर अस्पताल परिसर में ओझामति बुलाकर झाड़-फूंक कराया गया था.
सर्पदंश का समुचित इलाज है संभव : चिकित्सक
चिकित्सक मनोज सुरीन ने कहा कि ग्रामीण अंधविश्वास में ना पड़े. लोग सांप के काटने पर सदर अस्पताल में यथाशीघ्र लाये. जिससे समय पर समुचित इलाज हो सके और मरीज की जान बचायी जा सके. महिला की अस्पताल लाने के बाद इलाज से स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ. इसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.