पत्नी की मौत के बाद अजय बच्चों की कर रहा था परवरिश, कोरोना ने ले ली जान, पांच भाई-बहन हो गये अनाथ, 20 साल के भाई पर बहनों की जिम्मेदारी का बोझ
Coronavirus In Jharkhand, गुमला न्यूज : कोरोना महामारी ने पांच भाई बहनों को अनाथ बना दिया है. सात मई को कोरोना से पिता की मौत हो गयी थी, जबकि 10 साल पहले मां की भी बीमारी से मौत हो गयी थी. मामला झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड का है. एक दशक पहले पत्नी की मौत के बाद पति अजय साहू किसी प्रकार अपने बच्चों की परवरिश कर रहा था, परंतु सात मई को कोरोना ने अजय की भी जान ले ली. अजय की स्थिति खराब होने पर बड़ी बेटी पूजा कुमारी अपनी ससुराल ले जाकर पिता का इलाज करा रही थी. इसी दौरान ओड़िशा सुंदरगढ़ स्थित एक अस्पताल में अजय साहू की मृत्यु हो गयी.
Coronavirus In Jharkhand, गुमला न्यूज : कोरोना महामारी ने पांच भाई बहनों को अनाथ बना दिया है. सात मई को कोरोना से पिता की मौत हो गयी थी, जबकि 10 साल पहले मां की भी बीमारी से मौत हो गयी थी. मामला झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड का है. एक दशक पहले पत्नी की मौत के बाद पति अजय साहू किसी प्रकार अपने बच्चों की परवरिश कर रहा था, परंतु सात मई को कोरोना ने अजय की भी जान ले ली. अजय की स्थिति खराब होने पर बड़ी बेटी पूजा कुमारी अपनी ससुराल ले जाकर पिता का इलाज करा रही थी. इसी दौरान ओड़िशा सुंदरगढ़ स्थित एक अस्पताल में अजय साहू की मृत्यु हो गयी.
मृतक अजय साहू के 20 वर्षीय पुत्र राजवल साहू ने बताया कि एक वर्ष पूर्व उसकी बड़ी बहन पूजा कुमारी की शादी हो चुकी है. अब चार बहनों की शादी करनी बाकी है. घर की दयनीय स्थिति के बीच बहनों की पढ़ाई और शादी करने का जिम्मा 20 वर्षीय राजवल साहू के ऊपर है. राजवल ने बताया कि पिताजी की छोटी सी कपड़ा की दुकान थी जो नहीं के बराबर चलती है. पिता की मौत से पहले लंबे समय से उनकी तबीयत खराब थी. प्रत्येक महीना पिता की बीमारी पर दवाई पर पांच हजार रुपये खर्च होता था. पिता के गुजर जाने के बाद पूरा जिम्मा राजवल पर है.
राजवल यह सोच कर चिंतित है कि वह अपनी चार बहनों का विवाह कैसे करायेगा और घर परिवार की जीविका कैसे चलेगा. बड़ी बहन पूजा द्वारा समय-समय पर कुछ पैसे दिया जाता है. जिससे घर चल रहा है. राजवल ने यह भी बताया कि कपड़े की दुकान में महाजन से लेकर मार्केट में तीन लाख का कर्ज भी चुकाना है. राजवल ने प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. 22 वर्षीय जया कुमारी ने बताया कि वह ग्रेजुएशन कर पीजी की तैयारी करना चाहती है. जिसके बाद वह बीएड कर टीचर बनना चाहती है, परंतु पिताजी की मौत के साथ-साथ उसका सपना भी टूट गया.
24 वर्षीय नेहा का विवाह 25 अप्रैल को होना तय हुआ था. परंतु पिता की तबीयत खराब होने के कारण कुछ दिनों के लिए टाला गया था. पर अंत में पिता की मौत हो गयी. अब नेहा की शादी कराने का जिम्मा राजवल पर है.
24 वर्षीय नेहा कुमारी, 22 वर्षीय जया कुमारी, 20 वर्षीय राजवल कुमारी, 17 वर्षीय अलिसा कुमारी, 14 वर्षीय पायल कुमारी अनाथ हो चुके हैं.
गुमला सदर प्रखंड के खोरा भरदा गांव के राजमोहन साहू की भी कोरोना से मौत हो गयी. जिससे परिवार पर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. पति की मौत के बाद पत्नी कमला देवी के ऊपर दो बच्चों गौरी कुमारी व अंशुमान साहू की जिम्मेवारी आ गयी है, परंतु कमला भी नि:शक्त है. जिससे बच्चों की परवरिश कैसे होगी. यह चिंता है. कमला देवी ने सीडब्ल्यूसी गुमला को आवेदन लिखकर दोनों बच्चों को स्पॉन्सरशिप से जोड़ने की गुहार लगायी है. जिससे दोनों बच्चों की परवरिश हो सके.
Posted By : Guru Swarup Mishra