गुमला के बिशुनपुर CHC में नाराज ग्रामीणों ने जड़ा ताला, इलाज में लापरवाही बरतने का लगाया आरोप

सर्पदंश का इलाज करने पहुंची महिला का उचित समय पर इलाज नहीं होने से हुई मौत पर नाराज ग्रामीणों ने गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इमरजेंसी गेट में ताला जड़ दिया. ग्रामीणों ने डॉक्टर्स के नहीं रहने के कारण महिला की मौत का आरोप लगाया है.

By Samir Ranjan | October 6, 2022 5:37 PM
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Jharkhand News: गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center- CHC) में चिकित्सक के नहीं होने के कारण सर्पदंश से रेहे कुंबाटोली निवासी पति देवी की मौत हो गयी. जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार को सीएचसी पहुंचकर इमरजेंसी गेट में ताला जड़ दिया.

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, रेहे कुंबाटोली निवासी पति देवी बुधवार को खेत में काम करने के लिए तेइनटोली गांव गई हुई थी. जहां से शाम में घर आने के दौरान आंबा ढूंढा नामक जगह में उसे एक सांप ने डंस लिया. किसी प्रकार वह अपने घर पहुंची. इसके बाद वह बेहोश हो गयी. आनन-फानन में परिजनों द्वारा उसे सीएचसी बिशुनपुर लाया गया. जहां पर अस्पताल से चिकित्सक नदारद थे. जिस कारण समय से उसका इलाज नहीं हो पाया और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उसे गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. रास्ते में महिला की मौत हो गयी.

CHC में डॉक्टर्स के नहीं रहने पर ग्रामीण हुए नाराज

इधर सीएचसी में लगातार डॉक्टरों के नहीं रहने से ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. गुरुवार की दोपहर एक बजे रेहे कुंबाटोली गांव के दर्जनों महिला-पुरुष अस्पताल पहुंचे और मुख्य द्वार पर ताला जड़कर विरोध करते हुए अस्पताल में नियमित डॉक्टर उपलब्ध कराने की मांग करने लगे. घटना की जानकारी मिलने के बाद थानेदार सदानंद सिंह एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे. जहां ग्रामीणों को समझा-बुझाकर ताला खुलवाया गया.

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CHC बिशुनपुर में एक स्थायी डॉक्टर के रहने का होगा प्रयास : सीएस

इस मौके पर प्रमुख राजलक्ष्मी उरांव, जिप सदस्य पवन उरांव और मुखिया रामप्रसाद बड़ाइक ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर तीन दिन में प्रखंड सीएचसी में नियमित डॉक्टर की उपस्थित नहीं होगी, तो मजबूरन ग्रामीणों के साथ सड़क जाम करना होगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. इसके बाद ग्रामीणों ने इमरजेंसी गेट का ताला खोला. मौके पर डॉ सोनाली डीजे मिंज द्वारा ओपीडी संभाला गया. इस संबंध में सीएस डॉ राजू कच्छप ने कहा कि जिले में चिकित्सक की कमी है. लेकिन, प्रयास है कि कम से कम एक डॉक्टर स्थायी रूप से सीएचसी बिशुनपुर में रहे.

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