Loading election data...

आक्रोशित ग्रामीणों ने घेरा स्कूल, प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी

आदिम जनजाति छात्र की मौत का मामला

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2024 9:54 PM

बिशुनपुर

. बिशुनपुर प्रखंड के सखुआपानी स्कूल में गिरने के बाद संदेहास्पद स्थिति में आठवीं कक्षा के आदिम जनजाति छात्र सूरजदेव असुर की मौत के बाद बिशुनपुर, घाघरा व चैनपुर प्रखंड के आदिम जनजातियों में आक्रोश है. रविवार को तीनों प्रखंड के आदिम जनजाति समुदाय के लोगों ने बिशुनपुर प्रखंड के आवासीय विद्यालय सखुआपानी का घेराव किया व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. स्कूल परिसर में धरना देकर सूरजदेव असुर की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इस निमित्त अजजा समुदाय के लोगों ने कहा कि सूरजदेव की मौत गिरने से नहीं, बल्कि गला दबा कर हत्या किये जाने की संभावना है, जिसकी निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच हो. साथ ही लोगों द्वारा विद्यालय की कमियों को दूर करने की मांग की गयी. मौके पर लोगों ने विद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की. साथ ही विद्यालय में बच्चों से खाना बनवाया जाता है, जिसे बंद करने, विद्यालय प्रबंधन समिति में ग्रामीणों को शामिल कर मासिक बैठक करने, विद्यालय परिसर में ही पेयजल की व्यवस्था करने एवं विद्यालय के चार दीवारी में लगाये गये कंटिला तार जो झूल रहा है, उसे दुरुस्त करने समेत कई मांगें की गयी. मालूम हो कि पिछले दिनों आवासीय विद्यालय सखुआपानी के आठवीं कक्षा के आदिम जनजाति छात्र सूरज देव असुर की गिर कर संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी. हालांकि, इस मामले में गुमला एसडीपीओ सुरेश यादव ने जांच कर इसे महज एक हादसा बताया है. परंतु, परिजन व ग्रामीण पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version