Jharkhand news, Gumla news, गुमला (जगरनाथ) : गुमला जिले में आने वाले प्रवासी विदेशी पक्षियों को आश्रय देने के लिए वन विभाग, गुमला द्वारा कृत्रिम घोंसला लगाया जायेगा. वन विभाग द्वारा कृत्रिम घोंसला वैसे स्थानों पर लगाया जायेगा, जहां प्रवासी पक्षी सुरक्षित रूप से रह सके. वन विभाग द्वारा घोंसला लगाने का काम चरणवार किया जायेगा. पहले चरण में गुमला जिले के घाघरा प्रखंड के मसरिया बांध के आसपास के पेड़ों पर लगाया जायेगा.
प्रवासी पक्षियों के लिए कृत्रिम घोंसला लगाने का काम प्रयोग के तौर पर किया जायेगा. यदि प्रवासी पक्षी उक्त कृत्रिम घोंसलों में अपना आश्रय बनाते हैं और प्रयोग सफल रहता है, तो जिले भर में हजारों की संख्या में कृत्रिम घोंसला लगाया जायेगा.
मालूम हो कि गुमला जिला में सालों भर रेड भेंटेड बुलबुल, पाईड मैना, स्केली ब्रस्टेड, ब्लौक ड्रोंगो, स्पोटेड डभ, ग्रीन बी ईटर, गिद्ध, श्वेत उल्लु, शिकरा, हरियल, मिनी वेट, ब्रुस चेट, रेड नेप्ट आइबीस, ब्लैक काईट, इंडियन पोंड, नीलकंठ सहित ई मौसमी विदेशी प्रवासी पक्षियों का आगमन होते रहता है.
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जब मौसम प्रवासी पक्षियों के अनुकूल रहता है. तब तक प्रवासी पक्षी गुमला जिला में ही अपना बसेरा बनाये रहते हैं. इसके बाद जैसे-जैसे मौसम में बदलाव होता है. वैसे-वैसे प्रवासी पक्षी वापस लौटने लगते हैं, लेकिन इन प्रवासी पक्षियों के ठहराव एवं सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी. अब वन विभाग प्रवासी पक्षियों के ठहराव एवं सुरक्षा को लेकर गंभीरता के साथ कृत्रिम घोंसला लगाने का पहल कर काम शुरू कर दिया है.
बता दें कि हाल के दिनों में ही गुमला डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने हनुमान जन्मस्थली आंजनधाम एवं मसरिया बांध का अवलोकन किया था, जिसमें मसरिया बांध के अवलोकन में डीसी ने काफी संख्या में प्रवासी साइबेरियन पक्षियों को पाया था. जो पेड़ों व खेतों में प्रकृति की सुंदरता को बढ़ा रहे थे. इस दौरान डीसी ने भी प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा एवं उनके रहने की व्यवस्था पर बल दिया था.
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गुमला के वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रीकांत ने कहा कि गुमला जिले में आने वाले विदेशी प्रवासी पक्षियों के ठहराव एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वन विभाग द्वारा पेड़ों में कृत्रिम घोंसला लगाया जायेगा. पहले चरण में 20 दिसंबर के बाद मसरिया बांध इलाके के पेड़ों में घोंसला लगाया जायेगा. यदि प्रवासी पक्षी कृत्रिम घोंसला पर अपना बसेरा बनाते हैं, तो जिले में हजारों की संख्या में कृत्रिम घोंसला लगाया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.