घाघरा(गुमला).
घाघरा थाना के तुंजो गांव में दूसरे गांव के लोगों ने पारंपरिक हथियार के साथ हमला कर कई लोगों की पिटाई कर दी, जिसमें एक दर्जन लोग घायल हैं. गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया. घटना के बाद दो गांव के लोग आमने-सामने हो गये हैं और गांव की स्थिति तनावपूर्ण है. घटना की जानकारी मिलते घाघरा थाना प्रभारी तरुण कुमार पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे. हालात को भांपते हुए जिले का वरीय अधिकारी भी गांव पहुंच कर कैंप कर रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार को साप्ताहिक हाट तुंजो में लगा था, जहां पर सामान्य दिन की तरह दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें लगायी थी. अचानक सीसी गांव की तरफ से एक बड़ी भीड़ लाठी, डंडे व धारदार हथियार के साथ बाजार में पहुंच हमला कर दिया. हमले में शनि देव उरांव, मनीष उरांव, संदीप उरांव, जगदीश धोबी, श्रवण कुमार, सतीश उरांव, विपिन उरांव, करण लोहरा, पंकज उरांव, जन्मजय पांडेय, संता देवी सभी तुंजो गांव के ही लोग घायल हो गये. ग्रामीणों ने बताया कि हमलावर पिटाई करने के बाद घरों में घुस-घुस कर कई लोगों के साथ मारपीट की और चेतावनी देते हुए कहा कि आनेवाले दिनों में इससे भी बुरा अंजाम भुगतना पड़ेगा. इसके बाद हमलावर आराम से अपने गांव सीसी की तरफ लौट गये. इधर, गंभीर रूप से घायल मनीष व सनी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा भेजा गया है.इस तरह शुरू हुआ विवाद:
दो गांव के बीच में विवाद की शुरुआत एक मदारी वाले के कारण हुई. गांव में गुरुवार को मदारी अपना कर्तव्य दिखाने के लिए आया था, जहां पर गांव के ही कुछ युवकों से मदारी का विवाद हो गया. मदारी एक विशेष समुदाय का था. इसलिए मदारी वाले का पक्ष लेकर कुछ लोगों ने एक युवक के साथ हाथापाई कर दिया. इसके बाद विवाद बढ़ा. विवाद इतना बढ़ा की स्थिति पूरी तनावपूर्ण बन गयी है.अंदर ही अंदर सुलग रहा है गांव:
घटना के बाद से अंदर ही अंदर पूरा गांव सुलग रहा है. गांव के महिला व युवाओं के अलावा कई लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि आये दिन सीसी गांव के लोग इस तरह से हमला करते रहते हैं. कई बार पहले भी हमलोगों के साथ मारपीट हुई है. लेकिन उनलोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से उनलोगों का मन बढ़ा हुआ है. इसके चलते लगातार इस तरह की घटना को अंजाम देते रहते हैं.एसडीपीओ ने कहा:
एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है कि आखिर विवाद क्यों हुआ है. इसका भी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है