गुमला सदर थाना के कुटमा गांव निवासी वृद्ध महिला बाजो देवी पर डायन बिसाही का आरोप लगाकर उसके घर पर हमला किया गया. मारपीट की गयी. जान से मरने की धमकी दिया गया. मामला पंचायत में पहुंचा तो शांति सेना के कथित सदस्यों ने भी वृद्ध महिला व उसके परिवार को धमकाया है.
मारपीट व धमकी के बाद गुरुवार को पीड़ित परिवार गुमला के पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन से उनके कार्यालय में मुलाकात किया. घटित घटनाओं की जानकारी दिया. सुरक्षा व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग किया है. गुमला एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को गुमला सदर थाना में जाकर प्राथमिकी दर्ज कराने व गुमला थाना प्रभारी को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.
पीड़िता बाजो देवी ने कहा कि उसका घर कुटमा गांव है. दो सालों से उसके ही रिश्तेदार उसे डायन कहकर प्रताड़ित कर रहे हैं. कई बार इसकी शिकायत गुमला थाना में की. परंतु शांति सेना के दबाव में आकर पुलिस ने अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. 15 अगस्त 2020 को भी रिश्तेदारों ने डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए दिन के दो बजे उसके घर पर हमला कर दिया.
हमलावर तीन लोग थे. बाजो देवी डर से कमरे में छिप गयी. वहीं घर में उस समय बाजो की बेटी शीलावती देवी व नतिनी थी. परंतु हमलावर घर का दरवाजा तोड़कर घुसे और बाजो देवी के साथ मारपीट किया. हमलावर कह रहे थे कि तुम्हारे कारण ही मेरे घर में लोग बीमार रहते हैं. बान मार दिया है. जबकि बाजो देवी डायन बिसाही नहीं करने की बात कहते रही.
परंतु वे लोग नहीं सुने और मारपीट किया. इसके बाद बुधवार को इस मामले को लेकर गांव में पंचायती हुई. जिसमें हमलावरों ने शांति सेना के सदस्यों को बुला लिया. शांति सेना के सदस्यों ने न्याय करने की जगह हमलावरों को बेकसूर बताया. साथ ही बाजो देवी को ही सुधरने की धमकी दी गयी. बाजो ने कहा है कि इस धमकी के बाद वह छिपकर रह रही है और गुरुवार को एसपी से मिलने उनके कार्यालय पहुंची है.
posted by : sameer oraon