गुमला.
संतुलित पर्यावरण जीवन का आधार है, पर देखा जा रहा है कि आज पूरा विश्व बाढ़, भूकंप, सुनामी व ग्लोबल वार्मिंग जैसी आपदा से जूझ रहा है. इसका मुख्य कारण असंतुलित व प्रदूषित पर्यावरण है. ऐसे में छात्रों व समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से संत इग्नासियुस उवि में प्रधानाध्यापक फादर मनोहर कुमार खोया के नेतृत्व में वन पतरा महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके तहत न केवल विभिन्न प्रकार के पेड़ व पौधे लगाये जा रहे हैं, बल्कि छात्रों के बीच पौधे भी वितरित किये जा रहे हैं. फादर मनोहर ने बताया कि यीशु समाज का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2019 से 2029 दशक के लिए चार सार्वभौमिक प्रेरितिक प्राथमिकताएं हैं, जिसमें पहला लोगों को आध्यात्मिकता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना, दूसरा वंचितों व गरीबों के न्यायार्थ उनके साथ खड़े रहना, तीसरा युवाओं में भविष्य के प्रति सकारात्मक एवं आशावादी दृष्टिकोण विकसित करना और चौथा यह पृथ्वी जो हम सभी का सामूहिक घर है, जिसकी देखभाल करना. उन्हीं मूल्यों को व्यावहारिक रूप देते हुए संत इग्नासियुस में वन पतरा महोत्सव की शुरुआत की गयी है. इसके तहत अब तक 100 से भी अधिक पौधें लगाये गये हैं, जबकि लगभग 500 अर्जुन, गम्हार, महोगनी, काला शीशम, छतवन, गुलमोहर, बंदरलौरी, मालश्री, बहड़ा, महुआ, अशोक, अमरूद, आंवला, कटहल, शरीफा व करम का पौधों का वितरण विद्यार्थियों के बीच किया गया है. उन्होंने बताया कि विद्यालय के बाहर में सड़क के किनारे भी वन प्रमंडल पदाधिकारी गुमला के सहयोग से छायादार पेड़ लगाये जाने की योजना प्रस्तावित है. वन पतरा महोत्सव को सफल बनाने में विद्यालय के सभी विद्यार्थियों, भारत स्काउट व गाइड व इको क्लब के छात्र सहभागिता निभा रहे हैं. फादर मनोहर ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण की जिम्मेवारी हर इंसान की है. लोगों को इसको समझने की जरूरत है. सभी के योगदान से पर्यावरण को संतुलित बनाया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है