Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना स्थित नरमा स्कूल के समीप कल्याण विभाग से करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे बालिका आश्रम विद्यालय निर्माण कार्य स्थल पर हथियारबंद वर्दीधारी अपराधियों ने एक घंटे तक उत्पात मचाया. मजदूरों को बंधक बनाकर पिटाई की. मोबाइल छीन लिया. सभी को भवन निर्माण का काम बंद कर भाग जाने की धमकी दी. इससे मजदूरों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी भयभीत हैं. पुलिस के अनुसार असामाजिक तत्वों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है.
मजदूर भगवान प्रधान चरण एवं महेश ने बताया कि शुक्रवार को बिल्डिंग में काम करने के बाद अर्द्धनिर्मित भवन के कमरे में ही खाने-पीने के बाद रात के 9:30 बजे सोने की तैयारी कर रहे थे. तभी अचानक रूम में दो लोग हथियार लेकर घुसे और कहा कि तुम लोग अभी के अभी काम छोड़कर भाग जाओ. वर्ना बेमौत मारे जाओगे. जिसके बाद मजदूरों ने अपराधियों से कहा कि रात में कहां जायेंगे. सुबह होने पर हम लोग चले जायेंगे. उन अपराधियों ने मजदूरों का चार स्क्रीन टच मोबाइल एवं दो छोटा मोबाइल ले लिया और बाहर निकल गये. कमरे के बाहर नाइट ड्यूटी कर रहे गांव के प्रमोद कुमार टोप्पो को छह से सात उग्रवादी पकड़े हुए थे. प्रमोद की भी पिटाई की.
मजदूरों के अनुसार अपराधियों के पास हथियार व भुजाली था. वे लोग पुलिस का जूता व पुलिस की वर्दी पहने हुए थे. बाकी लोग बड़े हथियार लेकर बाहर खड़े थे. अपराधियों के जाने के बाद मजदूरों को नाइट गार्ड ने बताया कि उन लोगों ने मेरे साथ भी मारपीट की. वे लोग राइफल से लैस थे और मोबाइल छीन कर ले गये. मजदूरों के पास कुछ पैसा था, परंतु पैसा नहीं लूटा और काम बंद करने की धमकी देकर चले गये. घटना के बाद मजदूरों में भय है. वहीं घटना की सूचना से गांव के लोग भी डरे हुए हैं. पिछले दिनों जेजेएमपी के बागी साथी द्वारा सुकर उरांव की हत्या कर भारी मात्रा में बड़े हथियार लेकर अपने संगठन बनाये जाने के बाद लोग यह कयास लगा रहे हैं कि उसी संगठन द्वारा घटना को अंजाम दिया गया होगा.
बालिका आश्रम विद्यालय के निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदार विकास कुमार ने कहा कि मेरे पास अब तक किसी भी नक्सली संगठन द्वारा लेवी के लिए फोन नहीं आया है. वहीं, इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल ने कहा कि यह नक्सली संगठन का कार्य नहीं लगता है. किसी अपराधी व असामाजिक तत्वों द्वारा मजदूरों को धमकी दी गयी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
रिपोर्ट : बसंत साहू