नई प्रेमिका से रिश्ता ना टूटे इसलिए पूर्व प्रेमिका की गला रेतकर हत्या, चार दिन बाद पहाड़ से मिला शव
नयी प्रेमिका से मिलकर ब्रजेश ने बरखा की चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी और शव को पहाड़ पर छिपा दिया. जब बेटी गायब हुई तो मृतका के पिता सहलू गोप ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने ब्रजेश गोप को पकड़ा. ब्रजेश की निशानदेही पर गुरुवार को पहाड़ से बरखा का शव बरामद किया गया.
दुर्जय पासवान, गुमला. गुमला जिला अंतर्गत रायडीह थाना के सिकोई चापाटोली गांव के सहलू गोप की बेटी बरखा कुमारी की अगवा कर हत्या कर दी गयी. पुलिस ने मृतका के पूर्व प्रेमी ब्रजेश गोप को गिरफ्तार किया तो गुरुवार को बरखा की हत्या का खुलासा हुआ. ब्रजेश गोप की निशानदेही पर पुलिस ने चार दिन के बाद शव को बरामद किया. ब्रजेश गोप ने अपनी नयी प्रेमिका से मिलकर बरखा कुमारी का 19 मार्च को चेठली टोंगरी पहाड़ पर बुलाया. जहां अपनी नयी प्रेमिका से मिलकर ब्रजेश ने बरखा की चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी और शव को पहाड़ पर छिपा दिया. जब बेटी गायब हुई तो मृतका के पिता सहलू गोप ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने ब्रजेश गोप को पकड़ा. ब्रजेश की निशानदेही पर गुरुवार को पहाड़ से बरखा का शव बरामद किया गया.
हत्या का कारण प्रेम प्रसंग
बरखा व ब्रजेश का कई महीनों से प्रेम प्रसंग था. लेकिन किसी बात को लेकर दोनों अलग हो गये. इसके बाद बरखा का प्रेम प्रसंग दूसरे लड़के से हो गया. जबकि ब्रजेश गोप भी भरनो प्रखंड के करंज क्षेत्र की एक लड़की से प्रेम करने लगा. परंतु, ब्रजेश व उसकी नयी प्रेमिका के बीच अक्सर बरखा को लेकर लड़ाई होती थी. इसलिए ब्रजेश ने बरखा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. ताकि नयी प्रेमिका से उसका प्यार न टूटे. इसके बाद प्लानिंग के तहत ब्रजेश ने बरखा को पहाड़ के पास बुलाया और उसकी हत्या कर दी.
एसडीपीओ ने दी घटना की जानकारी
एसडीपीओ विकास आनंद लंगुरी ने हत्या के आरोपी ब्रजेश गोप को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि ब्रजेश की नयी प्रेमिका की तलाश की जा रही है. प्रेम प्रसंग में बरखा की हत्या की गयी है. 19 मार्च को ब्रजेश गोप द्वारा मृतका बरखा कुमारी को फोन कर चेठली टोंगरी पहाड़ पर बुलाया व अपनी नयी प्रेमिका से मिलकर चाकू से गला रेत कर बरखा की हत्या कर दी. जिसके बाद उसका शव को छुपा दिया था. शव को बरामद कर लिया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
एसआइटी टीम का गठन हुआ था
बरखा के गायब होने के बाद उसे खोजने के लिए एसआइटी टीम का गठन किया गया था. जिसमें इंस्पेकटर बैजू उरांव, थाना प्रभारी अमित कुमार, एसआइ अभिनव कुमार, एसआइ नितेश तोपनो, एएसआइ सत्यदेव राम, एएसआइ जसमुद्दीन अंसारी व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.