शहीद हवलदार सुनील लकड़ा का पार्थिव शरीर पहुंचा गुमला, नम आंखों से दी विदाई
सिक्किम में ड़्यूटी के दौरान शहीद हुए इंडियन आर्मी के हवलदार सुनील लकड़ा का पार्थिव शरीर मंगलवार को गुमला पहुंचा. चेटर अनुग्रह नगर में सेना के जवानों ने सलामी दी.
गुमला : सिक्किम में ड़्यूटी के दौरान शहीद हुए इंडियन आर्मी के हवलदार सुनील लकड़ा का पार्थिव शरीर मंगलवार को गुमला पहुंचा. चेटर अनुग्रह नगर में सेना के जवानों ने सलामी दी. राजकीय सम्मान के साथ शव को सलामी देने के बाद दफनाया गया. इस दौरान सेना के जवान, गुमला प्रशासन, परिजन व ग्रामीण मौजूद थे. शहीद को लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. शहीद सुनील लकड़ा थ्री बिहार यूनिट के हवलदार थे.
23 अक्टूबर को सिक्किम में हवलदार सुनील लकड़ा ड्यूटी पर थे. तभी उनकी मौत हो गयी. शहीद के पार्थिव शरीर के दफन क्रिया के दौरान शहीद की पत्नी मधुवानी लकड़ा, मां नयमी लकड़ा, पिता ईश्वर लकड़ा, बेटा अमन लकड़ा व बेटी रोजी लकड़ा ने नम आंखों से शहीद का अंतिम दर्शन किया.
वहीं एसडीओ रवि आनंद, गुमला के थाना प्रभारी मनोज कुमार, थ्री-बिहार रेजीमेंट के एनबी सूबेदार पेतरूस बाड़ा, हवलदार जेके लकड़ा, एक्स नायक संजय लकड़ा, एक्स नायक गणेश महतो, सैप के रमेश उरांव, नायक रंजित इंदवार, एक्स नायक डीडी भगत, एक्स नायक सुखदेव उरांव, पुलिस पदाधिकारी के अलावा शहीद के परिजनों व स्थानीय लोगों ने सलामी दी.
घर संभालने वाला चला गया : पत्नी
शहीद की पत्नी मधुवानी लकड़ा अपने पति के शव देख कर रोते हुए कहने लगी कि अब हमें और हमारे बच्चे को कौन देखेगा. पूरा घर संभालने वाले वही थे. बच्चों का भविष्य मुझे बनाना है. अपने बच्चों का सही परवरिश व शिक्षा मुझे दिलाना है.