गुमला के इस वृर्द्ध व्यक्ति के दोनों बेटों की हो गयी है मौत, अब प्रशासन से लगा रहा मदद की गुहार
चैता ने कहा कि मेरे दोनों बेटा जिगर का टुकड़ा था. 18 वर्षीय केश्वर मुंडा जो अच्छा खिलाड़ी थी. अचानक वह कुछ दिनों से बीमार रहने लगा. पूरे बदन में दर्द रहता था. बुखार भी रहता था. चैता ने कहा कि हमलोगों से यही गलती हुई कि बेटे केश्वर को कोरोना संक्रमण के डर से इलाज कराने अस्पताल नहीं ले गये.
गुमला : मेरा दोनों जवान बेटों की मौत हो गयी. अब मैं और मेरी वृद्ध पत्नी कैसे जीयेंगे. दोनों जवान बेटे ही सहारा थे. परंतु एक पल में सबकुछ खत्म हो गया. यह कहते हुए चैता मुंडा रोने लगा. चैता अपने बेटे के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए गुमला सदर अस्पताल आया था. उन्होंने चैनपुर प्रखंड के सिविल गांव में जादू टोना के शक में हुए हत्याकांड की जानकारी दी.
चैता ने कहा कि मेरे दोनों बेटा जिगर का टुकड़ा था. 18 वर्षीय केश्वर मुंडा जो अच्छा खिलाड़ी थी. अचानक वह कुछ दिनों से बीमार रहने लगा. पूरे बदन में दर्द रहता था. बुखार भी रहता था. चैता ने कहा कि हमलोगों से यही गलती हुई कि बेटे केश्वर को कोरोना संक्रमण के डर से इलाज कराने अस्पताल नहीं ले गये. क्योंकि परिवार के लोगों को शक था कि कहीं केश्वर की जांच कर उसे कोरोना पॉजिटिव न बता दे.
इसलिए अस्पताल नहीं ले जाकर गांव में ही झाड़ फूंक करा रहे थे. परंतु परिवार में जागरूकता की कमी के कारण केश्वर का इलाज नहीं हुआ और 11 जुलाई को उसकी घर में ही मौत हो गयी. केश्वर की मौत के बाद 12 जुलाई को शव को गांव के ही श्मशान घाट में जलाया गया. मौत के बाद जो विधि विधान था. वह घर में किया गया. इसमें गांव के सभी लोग शामिल हुए.
इधर, घर में मातम है. इसी बीच 15 जुलाई की शाम को राजपाल अपने दादी भिनसारी मुंडाईन के घर जा पहुंचा. उस समय घर पर कोई नहीं था. भिनसारी के पति मगदेव मुंडा व छोटा बेटा फेंकन मुंडा खेत गये हुए थे. घर में कोई नहीं रहने के कारण राजपाल ने भिनसारी को बुरी तरह टांगी से काटकर हत्या कर दिया और भागकर अपने घर आ गया.
जब मगदेव व फेंकन घर आये तो भिनसारी को मृत पाया. पड़ोसियों ने बताया कि राजपाल ने हत्या की है. इससे मगदेव गुस्सा में आ गया. वह राजपाल के घर पहुंचा. उसे पकड़ा. राजपाल नशे में था. इसलिए वह संभल नहीं सका. मगदेव ने राजपाल का हाथ व पैर बांध दिया. जिस स्थान पर भिनसारी की हत्या हुई थी. उसी जगह पर राजपाल को सुलाकर टांगी से काट दिया.
बेटों को याद कर रो रही मां भुखली :
केश्वर व राजपाल की मौत से मां भुखली देवी का भी रो-रोकर बुरा हाल है. अभी एक बेटे की मौत का दुख खत्म भी नहीं हुआ था कि दूसरे बेटे राजपाल की भी मौत हो गयी. जिससे भुखली देवी रो रही है. वह खाना पीना भी छोड़ दी. वह बार-बार अपने दोनों बेटों को याद कर रोने लगती है. की हत्या मैंने नहीं की है. बल्कि मेरे पिता मगदेव मुंडा ने की है. घटना के वक्त मैं था. मैं राजपाल को बचाने का प्रयास किया. परंतु तबतक मेरे पिता मगदेव ने राजपाल को टांगी से मार दिया था. फेंकन ने कहा कि मैं काफी दुखी हूं. मेरी मां मर गयी. भतीजा की भी जान चली गयी और पिता को जेल हो गया.