गुमला, जगरनाथ पासवान : गुमला जिला में कृषि और शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की टीम रणनीति बनाकर कार्य कर रही है. इसके तहत 16 और 17 मई को जिलांतर्गत सभी प्रखंड मुख्यालयों में शिविर लगाया जायेगा. सदर प्रखंड गुमला में तीन स्थान प्रखंड मुख्यालय, टोटो पंचायत मुख्यालय और कोटाम पंचायत मुख्यालय में शिविर लगाया जायेगा. शिविर में किसानों का केसीसी लोन का रजिस्ट्रेशन किया जायेगा, वहीं छात्रवृत्ति से वंचित स्कूली बच्चों के आधार कार्ड, बैंक खाता संबंधित समस्याओं का समाधान भी किया जायेगा. 16 और 17 मई के शिविर का लाभ नहीं उठा पाने वाले लोगों के लिए वही शिविर फिर से 29 और 30 मई को लगाया जायेगा. इस बात की जानकारी डीसी सुशांत गौरव ने गुरुवार को समाहरणालय भवन सभागार में पत्रकारों को दी.
किसानों को केसीसी लोन लेने में मिलेगी सुविधा
डीसी ने कहा कि खरीफ मौसम नजदीक है. इस मौसम में जिले का हर किसान अपने-अपने खेतों में विभिन्न प्रकार के फसलों की खेती करते हैं. कई किसान ऐसे हैं, जिनके पास पूंजी का अभाव रहता है. जिस कारण वे अपने खेतों में समुचित खेती नहीं कर पाते हैं. शिविर का उद्देश्य ऐसे किसानों को केसीसी से लोन मुहैया कराना है, ताकि वे लोन लेने के बाद समय पर बीज, खाद अथवा कृषि संबंधित अन्य चीजें लेकर समय पर खेती शुरू कर सके. गुमला कृषि प्रधान जिला है, तो हमारा दायित्व बनता है कि सरकार द्वारा किसानों के लिए संचालित कृषि संबंधित योजनाओं से किसानों को लाभान्वित करें.
कृषि ऋण माफी योजना की चर्चा
वहीं, कृषि ऋण माफी योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक गुमला जिले के लगभग 12 हजार किसानों का ऋण माफी किया जा चुका है. लेकिन, अभी तक लगभग आठ हजार किसानों का ऋण माफी किया जाना बाकी है. इन किसानों का ऋण माफी ई-केवाईसी के अभाव में नहीं हो पाया है. इन आठ हजार किसानों में लगभग दो हजार किसान फर्जी है. इसके बाद भी लगभग छह हजार किसानों का ऋण माफी किया जाना बाकी है. शिविर के माध्यम से ऐसे किसानों का ई-केवाईसी भी किया जायेगा, ताकि उनका भी ऋण माफी किया जा सके और वे दोबारा ऋण लेकर कृषि कार्य कर सके.
डीडीसी बने नोडल पदाधिकारी
डीसी ने बताया कि शिविर कार्यक्रम का नोडल पदाधिकारी उपविकास आयुक्त हेमंत सती को बनाया गया है. शिविर में किसी प्रकार की परेशानी होने पर लोग नोडल पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं. मौके पर उपविकास आयुक्त हेमंत सती, जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा, एलडीएम आबिद हुसैन, नप इओ सह डीपीआरओ संजय कुमार, एपीआरओ एलीना दास आदि मौजूद थे.
अपील, माता-पिता बच्चों को लेकर शिविर में पहुंचे
छात्रवृत्ति से वंचित स्कूली बच्चों की चर्चा करते हुए डीसी सुशांत गौरव ने बताया कि अभी भी जिले में हजार बच्चे कल्याण विभाग के माध्यम से मिलने वाली छात्रवृत्ति से वंचित हैं. किसी बच्चे का नाम, पता या पिता के नाम में गड़बड़ी है, तो किसी बच्चे को आधार कार्ड की समस्या है. अभी स्कूलों में गर्मी छुट्टी चल रही है. बच्चे घर पर हैं. शिक्षक भी घर पर हैं. ऐसे में समय का सदुपयोग करते हुए शिविर के माध्यम से छात्रवृत्ति से वंचित बच्चों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि सरकार की ओर से जैसे ही आवंटन प्राप्त हो. बच्चों को उनके बैंक खाता के माध्यम से छात्रवृत्ति की राशि मुहैया करायी जा सके. डीसी ने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने बच्चों को लेकर शिविर में आये और अपने बच्चों का बैंक में खाता खुलवाने में सहयोग करें.