करौंदी मुखिया बीणा देवी का जाति प्रमाण पत्र रद्द
निरस्त हो सकता है मुखिया पद
By Prabhat Khabar News Desk |
April 2, 2024 8:45 PM
निरस्त हो सकता है मुखिया पद
2022 के पंचायत चुनाव में फर्जी प्रमाण पत्र के साथ चुनाव जीत कर बनी है मुखिया
जगरनाथ पासवान, गुमला
गुमला सदर प्रखंड अंतर्गत करौंदी पंचायत की मुखिया बीणा देवी की मुखिया पद पर काले बादल मंडराने लगे हैं. संभावना है कि मुखिया बीणा देवी का मुखिया पद निरस्त हो सकता है. क्योंकि सदर अंचल गुमला द्वारा मुखिया बीणा देवी का जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है. रद्द जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से ही मुखिया बीणा देवी वर्ष 2022 में हुए पंचायत चुनाव में करौंदी पंचायत से मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ी थी और चुनाव जीतने के बाद मुखिया बनी है. बीणा देवी के मुखिया बनने के बाद पंचायत से ही एक आवेदक द्वारा इसके खिलाफ उपायुक्त गुमला को आवेदन देकर शिकायत की गयी थी. इसमें आवेदक द्वारा कहा गया था कि करौंदी पंचायत की मुखिया बीणा देवी पंचायत चुनाव में दूसरे के खतियान के आधार पर गलत वंशावली के माध्यम से फर्जी रूप से जाति प्रमाण पत्र बनवा कर नामांकन फार्म में संलग्न कर जमा की थी और चुनाव जीत कर मुखिया बनी है. आवेदक की शिकायत के आलोक में उपायुक्त ने सदर अंचलाधिकारी को जांच का निर्देश दिया गया था. उपायुक्त के निर्देश के आलोक में सदर अंचलाधिकारी ने मुखिया बीणा देवी की जाति प्रमाण पत्र की जांच की गयी. जांच में सदर अंचलाधिकारी द्वारा शिकायत करने वाले आवेदक की शिकायत सही पायी गयी. इसके बाद सदर अंचलाधिकारी द्वारा मुखिया बीणा देवी का जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है. जाति प्रमाण पत्र रद्द होने के बाद संभावना है कि उसका मुखिया का पद निरस्त हो सकता है. इस संबंध में मुखिया बीणा देवी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया.