झारखंड : पीएम कौशल विकास प्रशिक्षण योजना में नौकरी दिलाने के नाम पर 8 लोगों से लाखों की ठगी, पढ़ें पूरी खबर
प्रधानमंत्री कौशल विकास प्रशिक्षण योजना में नौकरी दिलाने के नाम पर गुमला के डुमरी प्रखंड क्षेत्र में लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. नौकरी की लालच में ग्रामीण अपने जानवर तक बेच दिये, पर उन्हें नौकरी नहीं मिली. पीड़ितों ने पुलिस से न्याय की गुहार लगायी है.
गुमला, जगरनाथ : गुमला में गाय, बैल और बकरी बेचकर आठ लोगों ने घूस दिया, ताकि उन्हें नौकरी मिल सके. लेकिन, ठगों के जाल में फंसे लोग पैसा गंवा बैठा. अबतक उन्हें नौकरी नहीं मिली. इसकी लिखित शिकायत ठगी के शिकार हुए लोगों ने की है. मामला गुमला जिला से 65 किमी दूर डुमरी प्रखंड का है. डुमरी प्रखंड के अलग-अलग गांव के महिला व युवाओं से प्रधानमंत्री कौशल विकास प्रशिक्षण योजना में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लोगों से लाखों रुपये की ठगी की गयी है. नौकरी मिलने की उम्मीद में लोगों ने ठग के बहकावे में आ गये और गाय, बैल, बकरी बेच दिया. एक लाख 97 हजार रुपये की ठगी आठ लोगों से की गयी है. ठगी करने वाले दंपती डुमरी प्रखंड के हैं. वर्ष 2017 में लोग ठगी के शिकार हुए हैं. जब नौकरी नहीं लगी, तो इन लोगों ने पैसा की मांग की. लेकिन, ठग द्वारा पैसा वापस नहीं किया जा रहा है.
पैसा वापस दिलाने की गुहार
ठगी के शिकार आठ लोगों ने मजदूर संघ सीएफटीयूआई झारखंड प्रदेश और गुमला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें लोगों ने डुमरी के रहने वाली फुलमेत कुजूर व पति संजू कुजुर से पैसा वापस दिलाने की मांग किया है. लोगों ने बताया कि ठगों ने दो लोगों से पैसा लेने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया है. जिस पर आस्था वेलफेयर फाउंडेशन झारखंड लिखा हुआ है.
इन लोगों से ठगी हुआ
ठगी के शिकार हुए लोगों में शमीम मियां से 9500 रुपये, सुजाता एक्का 12000 रुपये, जसिंता एक्का 24000 रुपये, रेखा मिंज से 12000 रुपये, बिमल टोप्पो से 10000 रुपये, मुन्ना कुमार से 20000 रुपये, ब्रजेश कवर से 12000 रुपये, बिष्णु साय से 12000 रुपये की ठगी किया गया है. इन लोगों ने कहा कि पैसा वापस मांगने पर ठग द्वारा गाली गलौज, मारपीट, झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दिया है. इस संबंध में थाना में भी लिखित आवेदन दिया गया है. पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ठगी के शिकार युवक की मौत
ठगी के शिकार एक युवक ज्ञान प्रकाश एक्का की एक साल पूर्व ही मौत हो गयी. पत्नी बिरिजिनीया एक्का की भी मौत हो गयी. बहन सिस्टर जसिंता एक्का ने मजदूर संघ सीएफटीयूआई कार्यालय में आकर बताते हुए भावुक हुई की भाई व बहू ने काफी मुश्किल से पैसा जमा कर नौकरी के लिए घूस दिया था. परंतु, दोनों की मौत हो गयी. नौकरी भी नहीं लगी. एक बेटा है. जिसकी उम्र छह साल है. उसकी परवरिश बहन कर रही है. अगर यह राशि मिल जाता तो बच्चे के उज्वल भविष्य के लिए इस्तेमाल करते.